दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष पद का चुनाव जीता NSUI कैंडिडेट, इतने वोटों के अंतर से हराया ABVP प्रत्याशी को
नई दिल्ली | दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में लंबे समय बाद अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज करने पर कांग्रेस के छात्र संगठन – एनएसयूआई के भीतर खुशी और उत्साह का माहौल है. एनएसयूआई का कहना है कि उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में ‘मोहब्बत की दुकान’ खोलने के लिए लड़ाई लड़ी और जीती है.
बता दे कि एनएसयूआई के रौनक खत्री दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के नए अध्यक्ष बन गए है. एनएसयूआई ने सात साल बाद इस पद पर पुनः कब्जा किया है.
रौनक ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के ऋषभ चौधरी को 1,300 वोटों से हराया है. एबीवीपी के भानु प्रताप सिंह ने उपाध्यक्ष पद जीता है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के मित्रविंदा कर्णवाल ने सचिव पद जीत लिया है.
संयुक्त सचिव पद पर एनएसयूआई ने कब्जा कर लिया है. एनएसयूआई के लोकेश ने एबीवीपी के अमन कपासिया को हराकर जीत दर्ज की है.
चार शीर्ष पदों के लिए चुनावी मैदान में उतरे 21 उम्मीदवारों में से चार को चुनने के लिए करीब 1.40 लाख छात्र वोट देने के पात्र थे.
एनएसयूआई ने कहा कि उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी के नेतृत्व में, नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. एनएसयूआई ने अध्यक्ष और संयुक्त सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर जीत हासिल की है. यह जीत कैंपस में समावेशिता, सौहार्द और प्रगतिशील बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा, “इस चुनाव में हमने संविधान की रक्षा, महिलाओं की सुरक्षा, हिंसा मुक्त कैंपस और दिल्ली विश्वविद्यालय में ‘मोहब्बत की दुकान’ खोलने के लिए लड़ाई लड़ी. मुझे गर्व है कि हमने दिल्ली विश्वविद्यालय में ‘मोहब्बत की दुकान’ खोल दी है, जो प्यार, एकता और सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है.”
एनएसयूआई का कहना है कि उनकी यह जीत छात्रों की समस्याओं को हल करने और संविधान की भावना को बढ़ावा देने की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है. नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों के नेतृत्व में एनएसयूआई ने छात्रों के लिए एक सुरक्षित, हिंसा मुक्त और छात्र-हितैषी कैंपस बनाने का वादा किया है.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) का कहना है कि चुनाव में एबीवीपी सबसे बड़ा छात्र संगठन बना हुआ है. दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के चुनाव नतीजे आए हैं, जिनमें उपाध्यक्ष एवं सचिव पद पर एबीवीपी ने शानदार जीत दर्ज की है. साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों के छात्रसंघ चुनाव में एबीवीपी सबसे बड़ा छात्र संगठन बना हुआ है. एबीवीपी दिल्ली विश्वविद्यालय एवं पुलिस प्रशासन को शांतिपूर्ण चुनाव पूर्ण कराने के लिए धन्यवाद करती है.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क/आईएएनएस