ईटानगर | सेना प्राधिकरण ने अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में (भारतीय) सेना के एक उन्नत हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया है. हेलीकॉप्टर में सवार पांच कर्मियों में से चार के शव अब तकमिल गए है. यह जानकारी शनिवार को अधिकारियों ने दी.
हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना जिला मुख्यालय ईटानगर से करीब 25 किलोमीटर दूर मिगिंग गांव में शुक्रवार की सुबह हुई. हेलीकॉप्टर लिकाबली (असम में) से नियमित उड़ान पर था.
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने कहा कि शनिवार को तलाशी अभियान चलने के लिए मौसम उपयुक्त है.
हेलीकॉप्टर के पायलटों के पास एएलएच-डब्ल्यूएसआई (हेलीकाप्टर) पर 600 से अधिक संयुक्त उड़ान घंटे और उनके बीच 1800 से अधिक सेवा उड़ान घंटे का अनुभव था. विमान को जून 2015 में सेवा में शामिल किया गया था.
Received very disturbing news about Indian Army’s Advanced Light Helicopter crash in Upper Siang District in Arunachal Pradesh. My deepest prayers 🙏 pic.twitter.com/MNdxtI7ZRq
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) October 21, 2022
उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले एयर ट्रैफिक कंट्रोल को तकनीकी या यांत्रिक विफलता का संदेश प्राप्त हुआ था.
प्रवक्ता ने कहा कि परिजनों को सूचना देने के बाद हेलीकॉप्टर में सवार पांचों कर्मियों के नाम जारी किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि हादसे में शहीद होने वालों के प्रति भारतीय सेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है.
लेफ्टिनेंट कर्नल रावत ने कहा कि सेना और वायु सेना की टीमों ने दुर्घटना के तुरंत बाद तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया था, हालांकि पहाड़ी ढलान और घने जंगल होने के कारण यह कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण रहा है. एक एमआई-17, दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर और भारतीय सेना की तीन टुकड़ियों को तलाशी अभियान में लगाया गया है.
अपर सियांग के पुलिस अधीक्षक जुम्मर बसर ने कहा कि दुर्घटनास्थल एक पहाड़ी क्षेत्र है और तलाशी अभियान को पूरा करने में समय लगेगा.
इस महीने अरुणाचल प्रदेश में सेना के हेलिकॉप्टर दुर्घटना की यह दूसरी घटना है.
इसके पहले 5 अक्टूबर को तवांग के निकट अग्रिम इलाकों में नियमित उड़ान के दौरान चीता हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से एक पायलट शहीद हो गए थे.
ians