‘बिकनी किलर’ चार्ल्स शोभराज नेपाल की जेल से हुआ रिहा, 19 साल बाद आया जेल से बाहर

चार्ल्स शोभराज (फाइल फोटो | आईएएनएस)

The Hindi Post

काठमांडू | सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज अब आजाद है. वो जेल से बाहर आ चुका है. उसने 19 साल नेपाल की जेल में बिताए है.

‘बिकनी किलर’ के नाम से मशहूर 77 वर्षीय चार्ल्स शोभराज को नेपाल की सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रिहा किया गया है.
वो शुक्रवार दोपहर को जेल के बाहर नजर आया.

शोभराज द्वारा दायर एक बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस सपना प्रधान मल्ला और तिल प्रसाद श्रेष्ठ की संयुक्त पीठ ने उसकी रिहाई का आदेश बुधवार को दिया था और कहा था कि फ्रांसीसी नागरिक को 5 दिन में वापस उसके देश में वापस भेजने की व्यवस्था की जाए.

चार्ल्स शोभराज की मंगेतर निहिता बिस्वास ने सेंट्रल जेल से उसकी (चार्ल्स) रिहाई से पहले, काठमांडू में संवाददाताओं से कहा कि उन्हें बहुत पहले रिहा किया जाना चाहिए था, लेकिन राजनीतिक पैंतरेबाजी के कारण इसमें देरी हुई.

बिस्वास ने कहा कि उन्हें (चार्ल्स) लगभग पांच साल पहले रिहा किया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल ने केवल अपने लोगों को जेल से रिहा किया और चार्ल्स की जल्द रिहाई को प्राथमिकता नहीं दी गई.

चार्ल्स काठमांडू की सेंट्रल जेल में 19 साल और दो महीने का समय बिता चुका है.

अधिकारियो के अनुसार, चार्ल्स शोभराज को गुरुवार को ही रिहा कर दिया गया था, लेकिन इम्मीग्रेशन डिपार्टमेंट (आव्रजन विभाग) में कुछ आंतरिक प्रक्रिया लंबित होने के कारण उसकी रिहाई शुक्रवार दोपहर को ही संभव हो पाई.

बिस्वास ने कहा कि अगर सारी प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो चार्ल्स आज ही फ्रांस के लिए रवाना हो जाएंगे.

हालांकि शोभराज ने रिहाई के बाद कुछ दिन नेपाल में बिताने की इच्छा व्यक्त की थी लेकिन आव्रजन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि वह 15 दिनों से अधिक यहां नहीं रुक सकते.

शोभराज ने अपने वकीलों से कहा है कि वह नेपाल में रहते हुए मीडिया को कोई इंटरव्यू नहीं देगा. उसकी रिहाई की शर्त यह है कि उसे दोबारा नेपाल नहीं लौटने दिया जाएगा.

नेपाल में 1975 में लैडी डुपार (कनाडा की नागरिक) और एनाबेला ट्रेमोंट नामक अमेरिकी महिलाओं की हत्या हो गई थी. यह हत्याएँ होने के बाद शोभराज नेपाल से फरार हो गया था. शोभराज की लैडी डुपार और एनाबेला ट्रेमोंट से काठमांडू में दोस्ती हुई थी. बाद में नेपाल पुलिस ने शोभराज को सितंबर 2003 में एक फाइव स्टार होटल से गिरफ्तार किया था.

1996 में, वह नई दिल्ली की एक जेल से भाग निकला था. वह जेल से तब भागा था जब उसे ऐसा लगा था कि पटाया (थाईलैंड) के एक समुद्र तट पर बिकनी पहनी छह लड़कियों की हत्या के आरोप का सामना करने के लिए उसे थाईलैंड प्रत्यर्पित किया जाएगा. बाद में उसे गोवा से गिरफ्तार किया गया था. वह भारतीय जेल से छूटने के बाद से फ्रांस में रहने लगा था.

शोभराज ने अपनी याचिका में नेपाल की सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि वह 19 साल जेल में बिता चुका है और 78 साल का है.

काठमांडू और भक्तपुर जिला अदालतों ने उसे 1975 में अमेरिकी और कनाडाई नागरिकों की हत्या का दोषी पाया था।

उसने दिसंबर 1975 में काठमांडू के मनोहरा में अमेरिकी नागरिक कोनी जो ब्रोंजि़च की हत्या कर दी थी और उसके दो दिन बाद कनाडा की नागरिक लॉरेंट कैरीयर की भक्तापुर के सांगा (नेपाल) में हत्या कर दी थी.

नेपाल की सुप्रीम कोर्ट ने 2010 में काठमांडू जिला अदालत द्वारा उसे सुनाई गई आजीवन कारावास की सजा का समर्थन किया था. भक्तापुर जिला अदालत ने उसे 2014 में कनाडाई नागरिक की हत्या का दोषी पाया था और उसे सजा सुनाई थी.

हिंदी पोस्ट वेब डेस्क/आईएएनएस


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