कभी सुसाइड करने के ख्याल आते थे, परिवार वालों को लगता था कि कही वह 24वीं मंजिल से न कूद जाए… आज देश के हीरो है मोहम्मद शमी
भारत के स्टार गेंदबाज मोहम्मद शमी के जीवन में एक समय ऐसा भी आया था जब उनके मन में खुदकुशी करने के ख्याल आते थे. उनके परिवार वालों को लगता था कि कही शमी 24वीं मंजिल (इस मंजिल पर है शमी का घर) से न कूद जाए. ये शमी के जीवन का सबसे कठिन दौर था. पर उन्होंने उस मुश्किल समय को पीछे छोड़ दिया और आज उनका लोहा दुनिया मान रही है.
बात करे अगर भारत-न्यूजीलैंड के सेमीफाइनल मुकाबले की तो उसमें शमी को प्लेयर ऑफ थे मैच चुना गया. उन्होंने 7 विकेट लेकर भारत की जीत पर मोहर लगा दी.
इसी मैच में वह वनडे क्रिकेट में चौथी बार पांच विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं. इसके अलावा उनके नाम एक और गजब का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है. वर्ल्ड कप में 50 विकेट लेने वाले वह पहले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं.
लेकिन इस उपलब्धि को हासिल करने शमी के लिए आसान नहीं थी. उनके जीवन में उथल-पुथल थी. इसी समय पर उनको तीन बार सुसाइड करने का विचार आया. परिवार ने साथ दिया और शमी का बुरा वक्त पार लग गया.
दरअसल, 2020 में कोरोनाकाल के दौरान रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम लाइव में शमी ने सुसाइड का ख्याल आने वाली बात का खुलासा किया था. उन्होंने कहा था, “अगर मेरे परिवार ने मुझे सपोर्ट नहीं किया होता तो मैं क्रिकेट से दूर हो जाता. तनाव और निजी जीवन में समस्याओं के चलते, मैंने तीन बार सुसाइड करने का सोचा था.”
“मैं उस समय क्रिकेट के बारे में नहीं सोचा रहा था. हम 24वीं मंजिल पर रह रहे थे. उन्हें (शमी का परिवार) लगा कि कही मैं बालकनी से न कूद जाऊ. मेरे भाई ने मुझे बहुत सपोर्ट किया था.”
शमी ने आगे बताया था, “मेरे 2-3 दोस्त मेरे साथ 24 घंटे रहते थे. मेरे पेरेंट्स ने मुझे कहा कि तुम क्रिकेट पर फोकस करो. किसी और बात पर ध्यान न दो. इसके बाद मैंने देहरादून अकादमी में खूब पसीना बहाया. मैं 2015 वर्ल्ड कप में चोटिल हो गया था. इसके बाद टीम में वापसी करने में मुझे 18 महीने लगे. यह मेरे जीवन का सबसे मुश्किल दौर था. आप जानते हैं कि रिहैब कितना मुश्किल होता है और उसके बाद पारिवारिक समस्याएं. ये सब चल रहा था और इसी बीच आईपीएल से 10-12 दिन पहले मेरा एक्सीडेंट हो गया. मीडिया में काफी कुछ चल रहा था मेरे निजी मुद्दों को लेकर.”
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क