अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने के बाद आई बाढ़, 13 की मौत, कई लापता
अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम को बादल फटने से कम से कम 13 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए. कई यात्री लापता भी है. गुफा के पास बादल फटने की घटना शाम करीब साढ़े पांच बजे हुई. बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में कम से कम तीन लंगर (सामुदायिक रसोई) और 25 यात्री तंबू बह गए.
बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचे. बचाव अभियान अभी भी जारी है और अधिकारी आपदा से हुए नुकसान या हताहतों का सही पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.
इस बीच, कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि विभिन्न एजेंसियों द्वारा बचाव अभियान जारी है, स्थिति नियंत्रण में है और घायलों को इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया जा रहा है.
Flash,….Cloud brust at Holy cave in which several tents filled water 2 dead bodies recovered, more causalities feared. details awaited…..#AmarnathYatrapic.twitter.com/zKV49IItMl
— kasheer 🇮🇳 (@BJawaans) July 8, 2022
Cloud bust at holy caves, Amarnath. More than 5 people are missing. Rescue operation is on #AmarnathYatra #Monsoon2022 #holycaves pic.twitter.com/KRwlQvzBeu
— Preeti Sompura (@sompura_preeti) July 8, 2022
#cloudburst near Holy cave. 25 tents and 2 Langars affected#AmarnathYatra pic.twitter.com/b5Nme1QC8Y
— Vinay Tiwari (@vinaytiwari9697) July 8, 2022
अधिकारियों ने कहा कि बादल फटने के बाद, ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के बाद गुफा के ऊपर/किनारों के पास पानी बढ़ गया.
इससे पहले शुक्रवार को महत्वपूर्ण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन और कई स्थानों पर बारिश और कीचड़ के कारण अवरुद्ध हो गया था, जिससे तीर्थयात्रियों का कश्मीर घाटी में दो आधार शिविरों (बेस कैंपो) तक जाना प्रभावित हो गया था.
कोविड महामारी के कारण पिछले दो साल में अमरनाथ यात्रा नहीं हो सकी थी और अबस साल 30 जून को यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था. तब से अभी तक एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने तीर्थयात्रा पूरी कर ली है.
आईएएनएस