टाइटैनिक के मलबे को देखने के लिए गई पनडुब्बी अटलांटिक महासागर में लापता, केवल 70 घंटे का ऑक्सीजन बाकी
वाशिंगटन | टाइटैनिक (जहाज) के मलबे को अटलांटिक महासागर में देखने गए कुछ पर्यटक लापता हो गए है. ये पर्यटक, एक पनडुब्बी में सवार थे. चालक दल और पांच पर्यटक जिस पनडुब्बी में सवार थे उसका कुछ पता नहीं चल रहा है. यह घटना 18 जून को घटी.
अमेरिका के एक शीर्ष तट रक्षक अधिकारी के हवाले से एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पनडुब्बी में केवल 70 घंटे का ऑक्सीजन शेष बचा है. पनडुब्बी को खोजने के लिए एक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को मीडिया को संबोधित करते हुए यूएस कोस्ट गार्ड के रियर एडमिरल जॉन माउगर ने कहा, “हम अनुमान लगा रहे है कि उनके पास 70 से 96 घंटे तक के लिए ऑक्सीजन होगा (पनडुब्बी में).”
उन्होंने यह भी कहा कि दो विमान, एक पनडुब्बी और एक अन्य जहाज पनडुब्बी की तलाश में लगे हुए है. उन्होंने कहा कि लेकिन जिस क्षेत्र में पनडुब्बी को ढूंढा जा रहा है वह सुदूर है और इससे यह अभियान मुश्किल हो गया है.
रियर एडमिरल मौगेर ने कहा कि बचाव दल लापता लोगों को सुरक्षित लाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है.
माना जा रहा है कि लापता पनडुब्बी टूर फर्म – ओशनगेट की टाइटन सबमर्सिबल है. इसमें पांच लोग बैठ सकते है और आमतौर पर इसमें चार दिन का ऑक्सीजन होता है.
यूएस कोस्ट गार्ड के मुताबिक, 18 जून को पनडुब्बी से संपर्क टूट गया था. पनडुब्बी के समुद्र के अंदर जाने के लगभग एक घंटे 45 मिनट बाद उससे संपर्क टूट गया था.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, ओशनगेट ने सोमवार को एक बयान में कहा, “हमारा पूरा ध्यान सबमर्सिबल के चालक दल के सदस्यों और उनके परिवारों पर है.”
“सबमर्सिबल के साथ संपर्क फिर से स्थापित करने के हमारे प्रयासों में हमें कई सरकारी एजेंसियों और कंपनियों की सहायता मिली रही रही है, हम उनके आभारी हैं.”
टाइटैनिक का मलबा सेंट जॉन्स, न्यूफाउंडलैंड से लगभग 700 किमी दक्षिण में स्थित है, हालांकि बचाव अभियान बोस्टन, मैसाचुसेट्स की ओर से चलाया जा रहा है.
58 वर्षीय ब्रिटिश अरबपति व्यवसायी हामिश हार्डिंग लापता पनडुब्बी में सवार है.
कब डूबा था टाइटैनिक
गौरतलब है कि टाइटैनिक 1912 में अपनी पहली यात्रा के दौरान एक हिमखंड से टकराने के बाद अटलांटिक महासागर में डूब गया था. इसके डूबने से 1,500 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. सालों बाद टाइटैनिक के मलबे को अटलांटिक महासागर के तल पर खोजा जा सका था.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क/आईएएनएस