कानपुर: कानपुर ज़ू में शनिवार को बर्ड फ्लू की पुष्टि के दो दिन बाद, नगर में सोमवार को 60 पक्षी मृत पाए जाने से हड़कंप मच गया। मृत पक्षियों में 51 कौवे और 9 कबूतर शामिल है|
इतनी बड़ी संख्या में पक्षियों के मृत पाए जाने के बाद, पशु चिकित्सा विभाग ने दो मृत कौवे और दो कबूतर के सैंपल भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डीसीस में जांच के लिए भेज दिए है| इस जाँच से मौत के कारणो का पता चलेगा।
विभाग की अलग – अलग टीमों ने 81 मुर्गे और मुर्गियों के स्वैब और ब्लड सैंपल भी एकत्र किये जिनको बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में जांच के लिए भेजा गया है ।
चीफ वेटरनरी अफसर, डॉ. ऐपी मिश्रा के अनुसार, शहर में आज कुल 51 कौवे व 9 कबूतर मृत पाए गए हैं, जिसमें से 2 कौवों व 2 कबूतरों के मृत शरीर को भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डीसीस में जांच के लिए भेजा गया है। इससे पक्षियों की मृत्यु का कारण स्पष्ट हो सकेगा।
उन्होंने यह भी बताया की 81 मुर्गो के स्वाब और ब्लड सैम्पल्स को एकत्र करके, इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट, बरेली भेजा गया है।
डॉ मिश्रा ने बताया कि सोमवार को किसी भी पक्षी को नहीं मारा गया है। उन्होंने कहा हालत नियंत्रण में है और घबराने कि ज़रूरत नहीं है|
आपको बता दे, 2 से 7 जनवरी के बीच, 12 जंगली मुर्गो ने कानपुर ज़ू में दम तोड़ दिया था। शनिवार को बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद, 8 मुर्गो को प्राणी उद्यान में मर दिया गया था। ज़ू के अधिकारियो का कहना था कि यह 8 मुर्गे, 12 मुर्गो के संपर्क में थे, इसलिए इनको मारना ज़रूरी हो गया था।
मुर्गों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद ज़ू के 1 किलोमीटर के क्षेत्र को कॉन्टेन्टमेंट जोन घोषित कर दिया गया था और ज़ू के 10 किलोमीटर छेत्र में सभी मीट की दुकानों को बंद करा दिया था जिससे बर्ड फ्लू के प्रसार को रोका जा सके ।
प्रशासन की ओर से बर्ड फ्लू के प्रसार के रोकथाम के लिए नगर व ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग टीमों का गठन करते हुए स्वास्थ्य विभाग ,पशु चिकित्सक विभाग व नगर निगम को कार्य पर लगाया गया है।
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