पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन में क्यों नहीं गया कोई वरिष्ठ कांग्रेस नेता?, सामने आई वजह
26 दिसंबर को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हो गया था. उनका अंतिम संस्कार दिल्ली के निगमबोध घाट पर 28 दिसंबर को किया गया था. अगले दिन यानि 29 दिसंबर को उनकी अस्थियां यमुना में विसर्जित की गई थी. भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस का कोई वरिष्ठ नेता अस्थि विसर्जन के दौरान मौजूद नहीं था.
अब इस पर कांग्रेस का बयान सामने आ गया है. कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि परिवार की निजता का सम्मान करते हुए पार्टी का कोई वरिष्ठ नेता पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की अस्थियों को विसर्जित करने के लिए परिवार के साथ नहीं गया था.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अस्थियां उनके परिवार के सदस्यों ने सिख रीति-रिवाजों के अनुसार मजनू का टीला गुरुद्वारे के निकट यमुना नदी में विसर्जित की थी.
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक बयान में कहा, “परिवार की निजता का सम्मान करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता सरदार डॉ मनमोहन सिंह जी की अस्थियों को चुनने और विसर्जित करने के लिए परिवार के साथ नहीं गए.”
उनके मुताबिक, दिवंगत नेता के अंतिम संस्कार के बाद सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने उनके निवास पर परिवार से मुलाकात की.
उन्होंने कहा, “उनसे चर्चा करने के बाद यह महसूस किया गया कि चूंकि अंतिम संस्कार के समय परिवार को कोई निजता नहीं मिली और परिवार के कुछ सदस्य चिता स्थल पर नहीं पहुंच पाए, इसलिए उन्हें फूल चुनने और अस्थियों के विसर्जन के लिए कुछ निजता देना उचित होगा जो कि करीबी परिवार के सदस्यों के लिए भावनात्मक रूप से पीड़ादायक और कठिन वक्त होता है.”
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क