कौन है पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर जानलेवा हमला करने वाला?

फोटो वाया आईएएनएस

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बुधवार सुबह पंजाब से एक बड़ी खबर सामने आई. यहां शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर जानलेवा हमला हो गया. इस हमले में वह बाल-बाल बच गए.

सुखबीर सिंह बादल के पैर में चोट लगी हुई है. इस कारण वह दरबार साहिब के बाहर व्हीलचेयर पर बैठ कर पहरेदारी कर रहे थे. ऐसा वो उस सजा के तहत कर रहे थे जो उन्हें अकाल तख्त ने दो दिसंबर को सुनाई थी.

सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था – अकाल तख्त ने पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को साल गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का पक्ष लेने के लिए स्वर्ण मंदिर में रसोई और बाथरूम की सफाई की सजा सुनाई थी.

अब यह जानकारी सामने आ गई है कि सुखबीर बादल पर हमला करने वाला कौन है. सुखबीर सिंह बादल को गोली मारने की कोशिश करने वाला शख्स नारायण सिंह चौरा है. नारायण सिंह कथित तौर पर पूर्व आतंकवादी है. उस पर कई मामले चल रहे है. वह सनसनीखेज बुरैल (चंडीगढ़) जेलब्रेक (जेल से भाग निकलना) मामले में आरोपी था. यह बात साल 2004 की है.

जेलब्रेक के इस केस में चार में से तीन पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे थे. चारों सुरंग खोदकर जेल से भाग निकले थे. नारायण सिंह इसी मामले में आरोपी था.

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) हरपाल सिंह ने मीडिया को बताया कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और वह खुद भी मौके पर मौजूद है. उन्होंने मीडिया को बताया, “नारायण सिंह चौरा कल भी स्वर्ण मंदिर में मौजूद था. बुधवार की सुबह भी वह मंदिर आया. सुखबीर बादल पर गोली चलाने से पहले उसने माथा टेका था.”

पुलिस के अनुसार, नारायण सिंह चौरा 1984 में पाकिस्तान चला गया था और पंजाब में आतंकवाद के शुरुआती दौर में वह हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी में शामिल रहा था. वह कथित तौर पर खालिस्तान लिबरेशन फोर्स और अकाल फेडरेशन से जुड़ गया था. वह अमृतसर, तरनतारन और रोपड़ जिलों में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामलों में वांछित रहा था.

पाकिस्तान में रहते हुए उसने कथित तौर पर गुरिल्ला युद्ध और “देशद्रोही” साहित्य पर एक किताब लिखी थी.

Reported By: IANS, Edited By: Hindi Post Web Desk

 


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