क्या हैं दिल्ली का शराब नीति केस और ED CM केजरीवाल को क्यों बार-बार समन भेज रही हैं?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज यानि 21 दिसंबर को ED ने बुलाया था. पर वो ED के सामने पेश नहीं हुए. दरअसल, केजरीवाल दिल्ली से बाहर हैं. वो विपश्यना शिविर में शामिल होने के लिए गए हैं. यह शिविर 30 दिसंबर तक चलेगा. इसके बाद ही अरविंद केजरीवाल दिल्ली लौटेंगे.
अब आपको बताते हैं कि दिल्ली की नई शराब नीति दरअसल हैं क्या और केजरीवाल को ED क्यों बुला रही हैं.
क्या थी नई शराब नीति?
22 मार्च 2021 को मनीष सिसोदिया ने नई शराब नीति का ऐलान किया था. 17 नवंबर 2021 को नई शराब नीति यानी एक्साइज पॉलिसी 2021-22 लागू कर दी गई. नई शराब नीति आने के बाद सरकार शराब के कारोबार से बाहर आ गई और शराब की दुकानें निजी हाथों में चली गई. नई नीति लाने के पीछे सरकार का तर्क था कि इससे माफिया राज खत्म होगा और सरकार के रेवेन्यू में बढ़ोतरी होगी. हालांकि, नई नीति शुरू से ही विवादों में रही. जब बवाल ज्यादा बढ़ गया तब 28 जुलाई 2022 को सरकार ने नई शराब नीति रद्द कर फिर पुरानी पॉलिसी लागू कर दी.
केजरीवाल को क्यों बुलाया?
सीएम केजरीवाल को ED ने प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत समन जारी किया है. ED की चार्जशीट में कई बार CM केजरीवाल का नाम है. आरोप है कि जब एक्साइज पॉलिसी 2021-22 तैयार की जा रही थी, तब कई आरोपी केजरीवाल के संपर्क में थे.
ED ने एक चार्जशीट में दावा किया है कि एजेंसी ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता के अकाउंटेंट बुचीबाबू का बयान दर्ज किया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि के. कविता, केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के बीच पोलिटिकल अंडरस्टैंडिंग थी. इस दौरान कविता ने मार्च 2021 में विजय नायर से भी मुलाकात की थी. इस मामले में एक और आरोपी दिनेश अरोड़ा ने भी ED को बताया है कि उसने केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की थी.