उद्धव ठाकरे के साथ विश्वासघात हुआ है, विश्वासघात को सबसे बड़े पापों में से एक माना जाता है: बोले शंकराचार्य

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मुंबई | ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सोमवार को मुंबई में मातोश्री पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की.

इस दौरान उद्धव ठाकरे और उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे ने अपने घर में पूजा कराई और स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का आशीर्वाद लिया.

शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के अनुरोध पर मुंबई में मातोश्री पंहुचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा, “हम हिंदू धर्म का पालन करते हैं. हम पुण्य और पाप में विश्वास करते हैं. विश्वासघात को सबसे बड़े पापों में से एक माना जाता है. वही उद्धव ठाकरे के साथ हुआ है. उन्होंने मुझे बुलाया, मैं आया. उन्होंने हमारा स्वागत किया. हमने कहा कि हमें उनके साथ हुए विश्वासघात पर दुख है. हमारा दुख तब तक नहीं जाएगा, जब तक वह दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बन जाते.”

दिल्ली के बुराड़ी स्थित हिरनकी में ‘श्री केदारनाथ धाम’ के नाम से मंदिर स्थापित किए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि दिल्ली में केदारनाथ मंदिर नहीं बनाया जा सकता. बारह ज्योतिर्लिंगों का स्थान तय किया गया है. क्यों जनता को भ्रम में डालना चाहते हो. भगवान के हजार नाम हैं, किसी भी नाम से स्थापना करके पूजा करिए, लेकिन केदारनाथ धाम दिल्ली में बनेगा, यह नहीं होने देंगे. केदारनाथ में 228 किलो सोना गायब कर दिया गया, इसकी किसी को चिंता नहीं है. इसकी जांच क्यों नहीं होती है.

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद व द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी में भी पहुंचे थे और दंपति को आशीर्वाद दिया था.

आईएएनएस

 


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