दिल्ली कोचिंग हादसे में मृतक तान्या के गांव में पसरा मातम, दोस्त ने बताई बड़ी बात

मृतक तान्या के परिजन सुनील कुमार और दोस्त (आईएएनएस)

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औरंगाबाद । दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में जलभराव होने से तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी. इन मौतों के खिलाफ राजधानी दिल्ली में बीजेपी ने AAP के खिलाफ प्रदर्शन किया तो वहीं, AAP ने सारा दोष दिल्ली के उपराज्यपाल पर डाल दिया. इन सबके बीच जिनका बच्चा अब इस दुनिया में नहीं है उनके घर मातम पसरा हुआ है.

बिहार के औरंगाबाद में तान्या के घर पर परिजनों के आने का सिलसिला जारी है. सभी का रो-रोकर बुरा हाल है. तान्या के माता-पिता को अब तक विश्वास नहीं हो पा रहा है कि उनकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं है.

इस घटना पर तान्या के साथ पढ़ने वाले एक छात्र ने कहा कि हम दोनों ने दिल्ली के महाराजा अग्रसेन कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की थी.

उसने कहा, “जब हमें सूचना मिली तो हम मौके पर पहुंचे. लेकिन, तान्या की मौत हो चुकी थी. बेसमेंट में शाम 6 बजे से पानी भरना शुरू हो गया था लेकिन एनडीआरएफ की टीम शाम 7.30 बजे पहुंची थी.”

उसने कहा कि वहां पर अवैध रूप से लाइब्रेरी चल रही थी. कोचिंग संस्थान हम जैसे छात्रों से 2 से पांच लाख रुपये फीस लेते हैं लेकिन सुरक्षा के नाम पर वह हमें मरने के लिए छोड़ देते हैं.

तान्या के परिजन सुनील कुमार ने भी कहा कि शाम 6 बजे के बाद से ही बेसमेंट में पानी घुसने लगा था और सात बजे तक पूरा बेसमेंट पानी से भर गया था. पुलिस और एनडीआरएफ को सात बजे के बाद सूचना दी गई। परिजन ने कहा दोषी कोचिंग संचालक हैं. अगर पानी बेसमेंट में घुस रहा था तो उससे बचाव के लिए क्या बंदोबस्त थे. वहां पहले भी ऐसे होता था. वहां का ड्रेनेज सिस्टम बेकार था.

उन्होंने कहा कि जिस तरह एक जगह पर सारी इंडस्ट्री चलती है, इसी प्रकार एक जगह पर सारे कोचिंग संस्थानों को शिफ्ट कर देना चाहिए जिससे बच्चों की जान तो सुरक्षित रहेगी. दिल्ली के मुखर्जी नगर, सरोजनी नगर, राजेंद्र नगर जैसे इलाकों में कोचिंग संस्थान चलाकर बच्चों की जान से खिलवाड़ करना बंद करना चाहिए.

आईएएनएस

 


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