जिस संभल में हुआ था बवाल वहां मिला 46 साल से बंद मंदिर, खुलवाया गया, अंदर मिली हनुमान जी की मूर्ति और शिवलिंग, VIDEO
संभल | उत्तर प्रदेश के संभल स्थित नखासा थाना क्षेत्र के मोहल्ला दीपा सराय से सटे खग्गू सराय में कई साल से बंद पड़े एक पुराने शिव मंदिर को प्रशासन ने शनिवार को खुलवाया. इस मंदिर में भगवान की मूर्तियां विराजमान हैं. इसके अलावा यहां एक प्राचीन कुंआ भी मिला है.
प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में जब मंदिर के दरवाजे खोले गए तो देखा कि अंदर धूल जम चुकी है. ऐसे में पुलिसकर्मियों ने खुद ही हाथों से शिवलिंग और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां साफ की. मंदिर खोले जाने का वीडियो भी सामने आया है.
पुलिस अधीक्षक के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह बिजली और अतिक्रमण की रेड के दौरान इस मंदिर की जानकारी हुई. यह मंदिर काफी दिनों से बंद पड़ा था. इसे खुलवाया गया. उन्होंने बताया कि मंदिर का दरवाजा खोलने पर अंदर हनुमान जी की प्रतिमा और शिवलिंग भी मिला.
नगर हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी ने बताया कि हम खग्गू सराय इलाके में रहते थे. हमारा एक घर पास में (खग्गू सराय इलाके में) है. 1978 के बाद हमने घर बेच दिया और जगह खाली कर दी. यहां भगवान शिव का एक मंदिर है. हमने यह इलाका छोड़ दिया और हम इस मंदिर की देखभाल नहीं कर पाए. इस जगह पर कोई पुजारी नहीं रहता.
Sambhal, Uttar Pradesh: A Shiva temple, closed for 46 years in Nakhasa, was reopened by authorities during a raid addressing encroachment. The temple had been taken over after Hindu migration, and the administration is now restoring it. pic.twitter.com/1fOx3ndwDG
— IANS (@ians_india) December 14, 2024
उन्होंने बताया कि 15-20 परिवार इस इलाके को छोड़ कर चले गए. हमने मंदिर को बंद कर दिया था क्योंकि पुजारी यहां नहीं रह सकते थे. पुजारी ने यहां रहने की हिम्मत नहीं की. अब सालों बाद शनिवार को मंदिर को खोल दिया गया है. विष्णु शरण ने बताया कि पहले इस मंदिर में भजन-कीर्तन हुआ करता था.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिरीष चंद्र ने बताया कि यहां मंदिर परिसर के बाहर एक कुआं है. वह कुआं खुदाई करने पर मिला. कई चीजें और भी देखी जा रही है.
संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि हम विद्युत चोरी के खिलाफ अभियान चला रहे थे और जगह-जगह जाकर चेक कर रहे थे तो इस स्थान पर भी पहुंचे. यहां पर एक मंदिर दिखाई दिया. इसके बाद मैंने जिलाधिकारी से इस मंदिर को खोलने की अनुमति ली और अब हम सभी लोग इस मंदिर का निरीक्षण करने के लिए यहां आए हैं. मंदिर के अंदर हनुमान जी की मूर्ति और शिवलिंग मिले. स्थानीय लोगों ने बताया कि यह मंदिर 1978 में बना था.