मजदूर के खाते में अचानक आए गए 200 करोड़, मजदूर बोला – “मेरी जान को खतरा है”
हरियाणा के चरखी-दादरी जिले के एक मजदूर के बैंक खाते में अचानक 200 करोड़ रुपये आ गए. जैसे ही मजदूर को इस बात का चला उसके होश उड़ गए. उसने यह बात अपने घरवालों को भी बताई. इस बात की जानकारी होने पर वो लोग भी हक्के-बक्के रह गए. उन्हें समझ ही नहीं आया कि इतनी बड़ी रकम कैसे और कहां से आ गई.
जिस शख्स के बैंक अकाउंट में पैसे आए है उसका नाम विक्रम है. विक्रम चरखी-दादरी के गांव बेरला का रहने वाला है. विक्रम को अपने बैंक अकाउंट में इतने पैसे आने के बारे में तब पता चला जब यूपी पुलिस उसके घर पहुंच गई. पुलिस उससे पूछताछ करने आई थी. पुलिस ने विक्रम को बताया कि उसके अकाउंट को गुजरात पुलिस ने होल्ड करा दिया है ताकि वित्तीय लेनदेन न हो सके. पुलिस इस मामले में जांच में जुट गई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस के घर पर आने से विक्रम और उसका परिवार डरा हुआ है. विक्रम ने मीडिया को दिए अपनी बाइट में कहा है कि उसे जान का खतरा है. विक्रम के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि वो मामला सुलझाने की बजाए उन्हें ही धमका रही है, जबकि उनकी कोई गलती भी नहीं है. दो दिन पहले यूपी पुलिस ने उनके घर पर दबिश दी और विक्रम के Yes Bank खाते में 200 करोड़ रुपये जमा होने की बात कहते हुए पूछताछ भी की.
विक्रम ने कहा कि उसके परिवार को खतरा है क्योंकि ये दो सौ करोड़ का मामला है. विक्रम ने कहा कि कभी यूपी पुलिस आ रही है तो कभी किसी का फोन आ रहा है. इसलिए उसकी जान को खतरा है. उसने यह भी कहा कि उसे यह नहीं पता कि ये 200 करोड़ किसके है और कैसे यह पैसे उसके खाते में आ गए.
बताया जा रहा है कि विक्रम दो महीने पहले नौकरी करने पटौदी गया था. वहां उसने एक्सप्रेस-20 नामक कंपनी में बतौर मजदूर ज्वाइन किया था. विक्रम के भाई प्रदीप के अनुसार, खाता खुलवाने के लिए विक्रम से दस्तावेज लिए गए और बाद में उसका खाता रद्द होने की बात कहकर उसे नौकरी से निकाल दिया गया था. वहां विक्रम ने करीब 17 दिन काम किया था.
आशंका जताई जा रही है कि कहीं फ्रॉड करने के लिए विक्रम के दस्तावेजों से बैंक खाता तो नहीं खुलवाया गया. फिलहाल, जांच जारी है. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यूपी पुलिस क्यों आई थी विक्रम के घर और गुजरात पुलिस ने क्यों खाता फ्रीज करवाया है. इस मामले में गुजरात पुलिस का क्या रोल है. फिलहाल, मामले की जांच चल रही है.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क