बिहार के गोपालगंज में पुजारी की गोली मारकर हत्या करने का मामला सामने आया है. पुजारी की हत्या के बाद हत्यारों ने उनकी दोनों आंखें तक निकाल दी. जब पुजारी का शव मिला तो स्थानीय लोगों ने एनएच-27 पर जमकर हंगामा किया. उन्होंने आगजनी की वारदात को अंजाम दिया और पुलिस पर भी पथराव किया. इस दौरान पुलिस के दो जवान भा घायल हो गए. साथ ही एक पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गया.
इस दौरान पुलिस को हवाई फायरिंग भी करनी पड़ गई. जानकारी के मुताबिक, मृतक पुजारी की पहचान दानापुर गांव निवासी मनोज कुमार के रूप में की गई है. फिलहाल सदर एसडीपीओ प्रांजल मौके पर पहुंच कर आक्रोशित लोगों को समझाने में जुटे हुए हैं.
मामला मांझा थाना क्षेत्र के दानापुर गांव का है. यहां रहने वाले मनोज कुमार गांव में ही घर से एक किलोमीटर दूर शिव मंदिर में पुजारी थे. करीब छह दिन पहले घर से मंदिर में पूजा करने के लिए गए और अचानक गायब हो गए. काफी खोजबीन के बाद भी जब लापता पुजारी का कुछ सुराग नहीं मिला तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने मामला दर्ज कर खोजबीन शुरू की लेकिन कोई सुराग नहीं मिल सका.
लापता पुजारी मनोज का शव शनिवार को गांव के ही झाड़ी में पड़ा हुआ मिलने के बाद काफी संख्या में ग्रामीण जुट गए और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया. आक्रोशित लोगों का आरोप था कि पुलिस की लापरवाही के कारण हत्या हुई है.
बता दें, पुजारी मनोज कुमार की हत्या काफी निर्मम तरीके से की गई थी. अपराधियों ने पुजारी को गोली मारने के बाद उनकी दोनों आंखे निकाल लीं और प्राइवेट पार्ट को भी काट दिया. हत्या करने वाले कौन हैं, किस विवाद में जघन्य तरीके से हत्या को अंजाम दिया गया है इसका खुलासा अब तक नहीं हो सका है.
पुजारी मनोज कुमार के भाई अशोक कुमार साह पूर्व मुखिया और भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष है. पुजारी की निर्मम हत्या के बाद लोगों का आक्रोश फुट पड़ा है. लोगों के आक्रोश के आगे पुलिस बेबस नजर आ रही है. हालांकि, पुलिस पर पथराव के बाद पुलिस ने हवाई फायरिंग कर स्थिति को नियंत्रित कर लिया है.