“राजनीति के लोग धर्म में हस्तक्षेप बंद करें, हम गारंटी देते हैं कि पॉलिटिक्स पर…..” , बोले शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती
ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने एक नया बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि राजनीतिक लोगों को धर्म में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.
सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो क्लिप में अविमुक्तेश्वरानंद कहते हुए सुनाई देते हैं कि हम संन्यासी हैं. हमें राजनीतिक बयान नहीं देना चाहिए. यह पूरी तरह से सही है. उन्होंने कहा, “हम इसी सिद्धांत के हैं, मगर राजनीति वालों को भी तो धर्म के मामलों में हस्ताक्षेप नहीं करना चाहिए. पीएम मोदी अगर मंदिर में आकर धर्म स्थापना करते हैं तो आप लोग उसे लाइव दिखाते हो. अगर शंकराचार्य राजनीति के बारे में कुछ बोल दें तो इसे गलत बताया जाता है.”
उन्होंने कहा कि राजनीति के लोग धर्म में हस्तक्षेप बंद कर दे. हम गारंटी देते हैं कि पॉलिटिक्स पर बोलना बंद कर देंगे. लेकिन, आप हमारे धर्म में लगातार हस्तक्षेप करते जा रहे हो तो हम धर्म के बारे में न बोले.
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने आगे कहा, “जो राजनीतिज्ञ हैं क्या उन्हें अपने धर्म का पालन नहीं करना चाहिए? क्या एक शंकराचार्य के रूप में हमें किसी को सच्चा हिंदुत्व वाला नहीं बताना चाहिए? क्या विश्वासघात जैसा जो पाप है उसे लेकर हमें जनता को सचेत नहीं करना चाहिए? देखो, अगर तुम धार्मिक हो तो तुम्हें किसी के साथ विश्वासघात नहीं करना चाहिए.” उन्होंने कहा कि हमने कोई राजनीति की बात नहीं कही है. हमने तो धर्म की बात कही है. केवल हम हिंदू हैं, कह देने से नहीं होगा. जब हम धर्म के मर्म को जानेंगे और उसे अपनाएंगे तभी हिंदू होंगे.
नेता यदि धर्म के बारे में बात करना बंद कर दें …
मैं गारंटी देता हूं, मैं राजनीति के बारे में बात करना बंद कर दूंगा !– भगवान शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद (ज्योतिर्मठ)🔥🔥
धर्म के नाम पर देश में केवल सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा देकर वोट इकट्ठा करने वालों के लिए खासकर… pic.twitter.com/HHXQXg3e4p
— Sakshi Gupta AAP (@SakshiGupta_AAP) July 17, 2024
शंकाराचार्य ने कहा, “धार्मिकता अपने सच्चे स्वरूप में लोगों के जीवन में प्रतिष्ठित हो, उसकी व्याख्या समय-समय पर होनी चाहिए. अगर धर्माचार्य ऐसा नहीं करेगा तो मान लीजिए कि वह अपना कार्य नहीं कर रहा है. इसलिए जहां पर जैसा मौका होता है वहां हम धर्म की व्याख्या करते हैं. हमारा राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है.”
बता दें कि ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सोमवार (15 जुलाई) को कहा था कि उद्धव ठाकरे विश्वासघात के शिकार हुए है. ठाकरे से मुंबई के बांद्रा स्थित उनके आवास मातोश्री में मुलाकात के बाद अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा था, “उद्धव ठाकरे के साथ विश्वासघात हुआ है और कई लोग इससे आक्रोशित हैं. मैं उनके आग्रह पर उनसे मिला और कहा कि जनता को हुई पीड़ा उनके दोबारा मुख्यमंत्री बनने तक कम नहीं होगी.”
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क