अतुल सुभाष सुसाइड केस: गिरफ्तारी से बचने के लिए निकिता सिंघानिया ने किया यह काम

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अतुल सुभाष अब हमारे बीच में नहीं है. अतुल एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे और बेंगलुरु में काम करते थे. वो बिहार के रहने वाले थे. उन्होंने 09 दिसंबर को बेंगलुरु में अपने फ्लैट पर फांसी का फंदा लगा के कथित तौर पर सुसाइड कर लिया था.

अपनी जान लेने से पहले उन्होंने 23 पन्नो का सुसाइड नोट लिखा था. साथ ही उन्होंने 80 मिनट का एक वीडियो रिकॉर्ड किया था. इसमें उन्होंने शादी की शुरुआत से लेकर पत्नी से विवाद और फिर वो क्यों सुसाइड करने जा रहे है इसके बारे में विस्तार से बताया.

अतुल ने सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा, पत्नी के भाई अनुराग और पत्नी के चाचा सुशील पर लगाया था. इस मामले में बेंगलुरु पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

बेंगलुरु पुलिस की एक टीम शुक्रवार को यूपी के जौनपुर पहुंची थी. निकिता की मां और परिवार के अन्य लोग जौनपुर में रहते है. पुलिस को निकिता के घर पर कोई नहीं मिला. घर पर ताला लगा था. इस कारण पुलिस घर पर नोटिस चस्पा करके चली गई. पुलिस ने सभी को तीन दिन के अंदर अपना बयान दर्ज कराने को कहा है.

अब इस केस में नया डेवलपमेंट हुआ है. अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया और ससुराल के तीन अन्य सदस्यों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी दाखिल की है. गिरफ्तारी से बचने के लिए निकिता सिंघानिया, निशा सिंघानिया, अनुराग सिंघानिया और सुशील सिंघानिया ने अग्रिम जमानत की अर्जी दाखिल की है. हाईकोर्ट इस मामले पर सोमवार के बाद सुनवाई कर सकता है.

हिंदी पोस्ट वेब डेस्क

 


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