कोरोना से मौत के बाद परिवार ने कर दिया था ‘अंतिम संस्कार’, अब 2 साल बाद जिंदा घर लौटा युवक
वडोदरा | दो साल पहले (2021) कोरोना की दूसरी लहर के दौरान एक युवक की ‘मौत’ हो गई थी. इसके बाद उसका ‘अंतिम संस्कार’ कर दिया गया था. अब ताजा घटनाक्रम में युवक घर लौट आया हैं. उसके घर लौट आने से परिजन और पड़ोसी हैरान रह गए. उनको अपनी आंखो पर विश्वास ही नहीं हुआ कि कमलेश जिंदा हैं.
यह पूरा वाकया हैं मध्य प्रदेश के धार का. कमलेश पाटीदार को कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अस्पताल में ‘मृत’ घोषित कर दिया गया था. दूसरी लहर के समय, विमलेश गुजरात में था. वैसे वो धार का रहने वाला हैं.
यह खबर धार के करोदकला गांव से सामने आई हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 35 वर्षीय कमलेश पाटीदार शनिवार सुबह अपनी मौसी के घर पहुंचा और दरवाजा खटखटाया.
कमलेश के चचेरे भाई मुकेश पाटीदार के अनुसार, कमलेश कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान बीमार पड़ गए था. उसे गुजरात के वडोदरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था और उसके शव को परिजनों को सौंप दिया गया था. इसके बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया था. पर शनिवार को कमलेश अचानक घर लौट आया पर उसने यह नहीं बताया कि पिछले दो सालों में वो कहा रहा.
कानवां थाना प्रभारी राम सिंह राठौड़ ने बताया कि परिवार के लोगों के मुताबिक कमलेश कोरोना वायरस से संक्रमित हो गया था और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था. उसको अस्पताल ने मृत घोषित कर दिया गया था. वडोदरा में उसका अंतिम संस्कार करने के बाद परिजन गांव वापस लौट आया था.
राठौड़ ने कहा कि कमलेश पाटीदार का बयान दर्ज करने के बाद ही चीजें स्पष्ट हो पाएंगी.
बताया जा रहा हैं कि जिस अस्पताल ने उसे मृत घोषित किया था वह एक सरकारी अस्पताल हैं.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)