दस दिन पहले ही आफताब कर देता श्रद्धा की हत्या पर वो रुक गया
नई दिल्ली | आफताब अमीन पूनावाला ने 18 मई को कथित तौर पर अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वॉकर की हत्या कर दी थी. हालांकि सूत्रों के अनुसार, आफताब श्रद्धा की हत्या 10 दिन पहले ही कर देना चाहता था पर उसने ऐसा इसलिए नहीं किया क्योंकि वो रोने लगी थी.
सूत्रों ने बताया, “उनके बीच अक्सर झगड़े होते थे. श्रद्धा को शक था कि आफताब उसे धोखा दे रहा है. आफताब डेटिंग ऐप बम्बल पर सक्रिय था. इसी ऐप के माध्यम से दोनों तीन साल पहले मिले थे.”
सूत्रों ने दावा किया, “श्रद्धा जानती थी कि आफताब डेटिंग ऐप पर अन्य लड़कियों से बात कर रहा था और उसको अब उसमें (श्रद्धा) कोई रूचि नहीं थी.”
सूत्रों ने कहा, “लड़ाई होने के बाद, आफताब ने 10 दिन पहले ही उसे मारने की योजना बनाई थी, लेकिन श्रद्धा रोने लगी थी और वो उसको मारने में झिझक रहा था.”
कोर्ट ने आफताब के नार्को टेस्ट को दी मंजूरी
दिल्ली की साकेत कोर्ट ने बुधवार को लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वाकर की बेरहमी से हत्या करने के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला के नार्को टेस्ट को मंजूरी दे दी. दिल्ली पुलिस ने नार्को टेस्ट के लिए यह कहते हुए अनुमति मांगी थी कि आफताब जांच में सहयोग नहीं कर रहा है.
इससे पहले, पुलिस उसे छतरपुर में उसके घर भी लेकर गई थी, जहां वह श्रद्धा के साथ रहता था. यहां पुलिस ने क्राइम सीन को रीक्रिएट किया.
सूत्रों ने बताया कि जब आफताब को पहली बार पूछताछ के लिए बुलाया गया था तो उसने जांचकर्ताओं को बताया कि श्रद्धा 22 मई को घर छोड़ कर चली गई थी.
सूत्रों ने कहा, हालांकि, श्रद्धा का सामान घर पर ही था. इस पर आफताब ने पुलिस को बताया कि वो केवल अपना फोन साथ ले गई थी. सूत्रों ने बताया कि, आफताब ने यह भी कहा (पुलिस को बताया) कि श्रद्धा घर छोड़कर जा रही थी इसलिए दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई.
जांचकर्ताओं ने जांच में पाया कि आफताब ही श्रद्धा का इंस्टाग्राम अकाउंट महरौली से चला रहा था. साथ ही पुलिस ने कई साक्ष्य भी आफताब को दिखाए जिसके बाद उसने श्रद्धा का बेहरमी से कत्ल करने की बात कबूल कर ली थी.
इसके बाद आफताब को गिरफ्तार कर लिया गया था.
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