इस राज्य की सरकार ने ऐप आधारित कैब कंपनियों से ऑटो-सेवा बंद करने को कहा
बेंगलुरू | कर्नाटक परिवहन विभाग ने शुक्रवार को ओला, उबर और रैपिडो को अपनी ऑटो सेवाओं को तुरंत बंद करने के लिए नोटिस जारी कर दिया और ग्राहकों से अत्यधिक शुल्क वसूलने की शिकायत पर स्पष्टीकरण देने का भी निर्देश दिया.
विभाग ने ऐप-आधारित कैब एग्रीगेटर्स को चेतावनी दी है कि यदि स्पष्टीकरण नहीं दिया और आदेश का पालन नहीं किया तो उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.
राज्य परिवहन विभाग के आयुक्त, टीएचएम कुमार ने कहा है कि पिछले दो से तीन दिनों के दौरान उन्हें बड़ी संख्या में शिकायतें मिली हैं. विशेष रूप से कैब एग्रीगेटर्स के खिलाफ ऑटो सेवाओं के लिए दोगुना चार्ज करने के लिए शिकायतें मिली है.
कैब एग्रीगेटर्स को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण के लिए तीन दिन का समय दिया गया है. उन्होंने कहा, ‘जवाब मिलने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा.’
सूत्र बताते हैं कि ऑटो का न्यूनतम किराया 30 रुपये और 5 मिनट के लिए 5 रुपये का वेटिंग चार्ज आधिकारिक तौर पर तय किया गया था. लेकिन, कैब एग्रीगेटर कथित तौर पर न्यूनतम किराया 100 रुपये वसूल रहे हैं और बड़ी संख्या में लोगों ने इसके खिलाफ शिकायतें की हैं.
इस बीच, बेंगलुरु ऑटो-रिक्शा ड्राइवर्स यूनियन (एआरडीयू) ने 1 नवंबर तक ओला, उबर, रैपिडो और अन्य ऐप-आधारित सेवा प्रदाताओं के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए एक मोबाइल ऐप – ‘नम्मा यात्री ऐप’ लॉन्च करने की योजना बनाई है.
ऐप को उद्यमी नंदन नीलेकणी समर्थित बेकन फाउंडेशन के साथ साझेदारी में लॉन्च किया जाएगा.
एआरडीओ के अध्यक्ष डी. रुद्रस्वामी ने कहा था कि ऐप आधारित सेवा प्रदाता 100 रुपये लेते हैं और शेष राशि को कमीशन के रूप में रखते हुए ड्राइवरों को केवल 60 रुपये देते हैं.
आईएएनएस