‘अल्लाह और ओम एक…’ अरशद मदनी के बयान पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मंच पर बवाल, नाराज जैन मुनी लोकेश मंच छोड़कर चले गए
नई दिल्ली | जमीअत उलमा ए हिंद के अधिवेशन के तीसरे और आखिरी दिन मौलाना अरशद मदनी के एक बयान से असहमति जताते हुए जैन धर्म के लोकेश मुनि ने स्टेज पर खड़े होकर विरोध जताया और नाराज होकर कई लोग सहित तुरंत स्टेज से उतर कर बाहर चले गए. मौलाना अरशद ने कहा हमारे सबसे पहले नबी आदम हैं, जिन्हे आप मनु कहते हैं. मौलाना ने कहा कि तुम्हारा पूर्वज मनु था यानी आदम था. यानी आदम इस धरती पर आए तो कोई भगवान नहीं थे तो वह किसकी पूजा उपासना करते थे, मनु यानी आदम ओम की पूजा करते थे जिसे हम अल्लाह कहते हैं.
जमीयत ए उलेमा ए हिंद का 34वां अधिवेशन दिल्ली के रामलीला मैदान में चल रहा है. इसका रविवार को तीसरा दिन था. जिसमें सभी धर्मों के धर्मगुरु भी मौजूद थे. सभी मौलाना और सभी धर्मों के धर्मगुरु एक एक कर अपने विचार और भाषण सबके सामने रख रहे थे. तभी मौलाना अरशद मदनी ने अपने एक बयान में कहा कि मुसलमानों को समझना चाहिए कि अल्लाह ने आखिरी नबी पैगंबर मोहम्मद को अरब में भेजा. अगर वो चाहता तो उनको अमेरिका, स्विट्जरलैंड, अफ्रीका में उतार सकता था. लेकिन उसने अरब की जमीन पर उतारा. इसी तरह पहले नबी आदम को भारत की धरती पर उतारा. अगर वो चाहता तो अफ्रीका, अरब रूस में उतारता लेकिन हमारा विश्वास है कि अदम को उतारने के लिए भारत की जमीन को चुना.
मौलाना अरशद मदनी का बयान, देखे VIDEO –
#जमीअत_उलमा_ए_हिन्द 🤣🤣🤣🤡🤡🤡
ॐ did not ask his followers to “बर्तन ले जुदा” 🤡🤡🤡
Dint ask to demolish its Mandir 🛕
Dint ask for forceful conversion 🤡
Dint ask women to wear BurKaa 🤡 pic.twitter.com/iRSq7GKskD
— वेदिजा Yuliya (@A_Yagya_sanlI) February 12, 2023
आगे अरशद मदनी ने कहा कि जब मनु यानी आदम धरती पर आए तो कोई भगवान नही था तो मनु यानी आदम ने किसकी पूजा की? मनु यानी आदम ने एक ओम एक अल्लाह की इबादत की पूजा की. आरएसएस सदर कहते हैं कि मुसलमान चाहे तो अपने घर वापसी कर सकते हैं. यानी हिंदू धर्म अपना सकते हैं. ये लोग नासमझ हैं. अल्लाह ने इस धरती पर मनु यानी आदम को उतारा है. जिसकी पत्नी हव्वा है जिनको तुम हेमवती कहते हो. ये हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सबके पूर्वज हैं.
हमने उनके कदमों के ऊपर सर रखा हुआ है. हम 1400 साल से इस मुल्क में रह रहे हैं, हमें किसी ने नही छेड़ा. हम तुम्हें तुम्हारे पूर्वज बताते हैं तुम्हारे दादा, परदादा, लकड़ दादा, मनु यानी आदम थे. हमने कोई धर्म नहीं बदला. मैं फिरका परस्ती का मुखालिफ हूं, हमें और आपको एक दूसरे का हाथ पकड़कर चलना चाहिए.
जैन धर्म के लोकेश मुनि का बयान, देखें VIDEO –
जमीअत उलमा-ए-हिन्द की आम अधिवेशन के मंच पर हंगामा..
मनु और आदम वाले बयान को लेकर ग़ुस्साए कई धर्म गुरु..
जैन मुनि लोकेश ने कहा हम सद्भाव की बात कर रहे थे इन्होंने सब ख़राब कर दिया..
मंच छोड़ कर बीच कार्यक्रम से चले गये धर्मगुरु..#madani pic.twitter.com/cnvFshJMAO
— आदित्य RSBD (@AdityaRsbd) February 12, 2023
मौलाना अरशद मदनी के इस बयान के बाद जैन मुनि लोकेश गुस्सा हो गए और विरोध जताते हुए माइक पर आकर उन्होंने कहा कि हम यहां धार्मिक एकता की बात करने आए थे, भारत की बात करने आए थे, ना कि तुम्हारे धर्म का इतिहास जानने. तुमने भारत की बात तो की नहीं, कौन यहां पहले आया किसके पूर्वज क्या थे? इस पर अगर मैं बहस करने लगा तो बहुत लंबी बहस हो जाएगी. इतना कहकर जैन मुनि लोकेश स्टेज से उतर कर बाहर चले गए.
हालांकि अरशद मदनी ने अपने बयान में यह भी कहा कि सब लोगों को एक साथ मिलकर चलना चाहिए और हमारा नबी हुजूर सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम (मोहम्मद) ने यह संदेश दिया है कि तुम्हारे पड़ोस में किसी भी धर्म जाति या मजहब का इंसान हो, उसकी मदद करनी चाहिए अपने पड़ोसी और किसी भी इंसान से नरमी से पेश आना चाहिए, किसी भी इंसान को तकलीफ नहीं पहुंचानी चाहिए, दुश्मनी नहीं करनी चाहिए, नबी मोहम्मद ने शांति और इंसानियत का संदेश दिया है.
आईएएनएस