आईटीबीपी को भारत-चीन सीमा पर 47 नई चौकियां स्थापित करने की अनुमति मिली
नई दिल्ली | वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच गतिरोध खत्म नहीं हुआ है। इस बीच सरकार ने भारत तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) को सीमा पर चौकसी बढ़ाने के उद्देश्य से 47 अतिरिक्त सीमा चौकियां स्थापित करने की अनुमति दे दी है। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद चीन से लगती सीमाओं पर निगरानी रखने वाली आईटीबीपी की ओर से चौकियां बढ़ाने की मंजूरी का काफी महत्व है।
गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने ग्रेटर नोएडा में आईटीबीपी के 59वें स्थापना दिवस पर बोलते हुए कहा कि सरकार ने इस सुरक्षा बल को और अधिक सक्षम और आधुनिक बनाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं।
मंत्री ने यह भी कहा कि आईटीबीपी को 28 प्रकार के नए वाहन प्रदान किए गए हैं, और इसे 7,22,000 करोड़ रुपये का बजट भी आवंटित किया गया है।
राष्ट्र सेवा में सदैव समर्पित भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के 59वें स्थापना दिवस पर सभी हिमवीरों व उनके परिजनों को हार्दिक शुभकामनाएं। @ITBP_official #ITBPRaisingDay2020#Himveers pic.twitter.com/GNIXGa0DGj
— Nityanand Rai (@nityanandraibjp) October 24, 2020
रेड्डी ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय संस्कृति ‘वसुधैव कुटुम्बकम, जो विश्व शांति का संदेश देती है, उसके बारे में कहती है। लेकिन साथ ही, हमारी संस्कृति हमें हर तरह की प्रतिकूल परिस्थिति के लिए खुद को पूरी तरह से सशक्त बनाने का मंत्र भी देती है।
यह देखते हुए कि 1962 में अपनी स्थापना के बाद से, आईटीबीपी भारत की सीमाओं की रक्षा कर रहा है, उन्होंने कहा, “चाहे कोई भी कठिनाई आई हो, मगर आईटीबीपी के जवानों ने भारत माता की सेवा में उच्च मनोबल और देशभक्ति के साथ अपने कर्तव्यों का पालन किया है।”
आईटीबीपी की ओर से प्रदान की गई सेवाओं की सराहना करते हुए, रेड्डी ने कहा कि बल पर्वतीय सीमाओं पर असंगठित और चरम स्थितियों में भी उत्साह के साथ काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा के अलावा यह बल जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई के अलावा विदेश में शांति मिशनों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
मंत्री ने देश में कोविड-19 महामारी के प्रसार से निपटने के लिए विभिन्न प्रयासों में आईटीबीपी द्वारा प्रदान की गई निस्वार्थ सेवा का भी हवाला दिया।
मंत्री ने कहा, “आईटीबीपी देश के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। आईटीबीपी ने हमारे आर्थिक विकास को धीमा करने के उद्देश्य से सीमा पार से प्रयासों को विफल करने में भूमिका निभाई है।”
इस दौरान रेड्डी ने आईटीबीपी कर्मियों को छह राष्ट्रपति पुलिस पदक और मेधावी सेवाओं के लिए 23 पुलिस पदक प्रदान किए।
आईएएनएस