क्या प्रधानमंत्री देश को गुमराह कर सेना का मनोबल कमजोर नहीं कर रहे : कांग्रेस
नई दिल्ली: कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ताजा हमला बोलते हुए गुरुवार को आरोप लगाया है कि वह चीनी घुसपैठ पर विरोधाभासी बयान देकर देश को गुमराह कर रहे हैं।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और पवन खेड़ा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि “क्या प्रधानमंत्री देश को गुमराह कर और विरोधाभासी बयान देकर सेना का मनोबल नहीं गिरा रहे हैं? प्रधानमंत्री का देश को गुमराह करना क्या देशहित में है?”
कांग्रेस ने उस स्थान के उपग्रह चित्र का जिक्र किया, जिसके बारे में पार्टी ने आरोप लगाया कि चीनी फिंगर 4 तक आ चुके हैं।
खेड़ा ने कहा, “क्या चीनी सेना ने फिंगर 4-8 से पैंगोंग त्सो झील इलाके में आकर पीपी-14 पॉइंट पर अपने टेंट खड़े कर दिए हैं? क्या वे ताजा घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं? प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री को स्पष्ट करना होगा और राष्ट्र को भरोसे में लेना होगा।”
कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में एक चकित करने वाली टिप्पणी की कि न तो कोई भारतीय क्षेत्र में घुस आया है और न ही किसी भारतीय चौकी पर किसी ने कब्जा किया है। चीनी मीडिया ने तत्काल इस टिप्पणी को लपक लिया जिसमें मोदी चीनी सेना को क्लीन चिट दे रहे हैं।
पार्टी ने कहा कि लेकिन उसके अगले ही दिन 20 जून को भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक लिखित बयान में प्रधानमंत्री की टिप्पणी को उलट दिया। यह अभूतपूर्व और शर्मनाक है। उन्होंने पुष्टि की कि चीन ने घुसपैठ की।
सुरजेवाला ने कहा, “मोदी सरकार देश को बार-बार कह रही है कि वे गलवान घाटी, पैंगोंग त्सो झील और हॉट स्प्रिंग्स में अप्रैल 2020 की यथास्थिति सुनिश्चित कराने के लिए अपने चीनी समकक्षों से बातचीत कर रहे हैं।”
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि सभी अखबारों की रपटें, पूर्व सैन्य जनरल्स के कोट, उपग्रह चित्र आदि कह रहे हैं कि चीन ने कई घु सपैठ की है। “प्रधानमंत्री उन सभी के विपरीत क्यों बोल रहे हैं? वह क्या छिपाना चाहते हैं?”
कांग्रेस ने सवाल किया, “क्या चीनी सेना पूर्वी लद्दाख के देपसांग सेक्टर, दौलत बेग ओलदी रोड तक भी बख्तरबंद वाहनों के साथ आ गई है? क्या प्रधानमंत्री मोदी और मोदी सरकार ने इन नए घुसपैठ को संज्ञान में लिया है? देश इसे जानना चाहता है।”
पवन खेड़ा ने कहा कि “कांग्रेस पार्टी सेना के साथ खड़ी है। हम कर्नल संतोष बाबू सहित 16 बिहार रेजीमेंट के उन 20 सैनिकों की बहादुरी का अत्यधिक सम्मान करते हैं, जो लद्दाख में पेट्रोल पॉइंट 14 पर 15-16 जून की दरम्यानी रात चीनी सेना से संघर्ष करते हुए शहीद हो गए थे।”
आईएएनएस