मैं अपने शब्द वापस लेती हूं: कंगना रनौत
भाजपा सांसद कंगना रनौत ने मंगलवार को कृषि कानूनों को लेकर एक बयान दिया था. उनके इस बयान के बाद भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा था कि कृषि कानूनों (रद्द किए जा चुके) को लेकर जो कुछ भी कंगना रनौत ने कहा वह उनका निजी बयान है और पार्टी उनके बयान का समर्थन नहीं करती.
अब कंगना रनौत ने एक और बयान जारी किया है. इसमें उन्होंने कहा है कि वह अपने शब्द वापस लेती है.
कंगना ने कहा, “बीतें कुछ दिनों में मीडिया ने मुझसे किसान कानून से संबंधित कुछ सवाल किए थे और मैंने सुझाव दिया था कि किसानों को किसान कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री जी से निवेदन करना चाहिए. मेरी इस बात से बहुत से लोग निराश हैं. जब यह (तीन कृषि कानून) आया था तब बहुत से लोगों ने समर्थन किया था, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री जी ने बड़े संवेदनशीलता से इन्हें वापस ले लिया था. मेरे विचार अपने नहीं होने चाहिए, मेरी पार्टी का स्टैंड होना चाहिए. अगर मेरी सोच ने किसी को निराश किया है तो मुझे खेद रहेगा. मैं अपने शब्द वापस लेती हूं.”
दरअसल, मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में 3 कृषि कानून पारित किए थे. इनका किसानों ने जमकर विरोध किया था. एक साल से भी ज्यादा समय तक किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर धरना प्रदर्शन किया था. इस दौरान कई किसानों की मौत होने के भी आरोप लगे थे. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए साल 2021 में सरकार ने इन तीनों कानूनों को निरस्त करने का ऐलान किया था.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क