गोमती रिवरफ्रंट मामला: सीबीआई ने यूपी, बंगाल, राजस्थान में 42 स्थानों पर मारे छापे
नई दिल्ली | केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को एक व्यापक कार्रवाई करते हुए गोमती रिवरफ्रंट परियोजना में कथित अनियमितताओं में दर्ज एक नए मामले के संबंध में उत्तर प्रदेश में 42 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की। जांच से जुड़े सीबीआई के एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया, एजेंसी की कई टीमें उत्तर प्रदेश में 42 से अधिक जगहों पर छापेमारी कर रही हैं।
सूत्र ने कहा कि सीबीआई द्वारा परियोजना में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए तत्कालीन इंजीनियरों सहित 189 उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों और प्राथमिकी में आरोपी के रूप में नामित अन्य के खिलाफ एक नया मामला दर्ज करने के बाद छापेमारी की जा रही है।
सीबीआई की टीमों ने मामला दर्ज करने के बाद राज्य के लखनऊ, आगरा, गाजियाबाद, नोएडा, बुलंदशहर और रायबरेली सहित 13 जिलों में 42 स्थानों पर और पश्चिम बंगाल और राजस्थान में एक-एक जगह छापेमारी की।
सूत्र ने बताया कि परियोजना के तीन मुख्य अभियंताओं और छह अधीक्षण अभियंताओं के परिसरों में भी सुबह से ही तलाशी शुरू हो गयी थी।
सूत्र ने कहा कि प्राथमिकी में नामित एक आरोपी फ्रांसीसी कंपनी एक्वाटिक शो है।
ताजा मामले में सीबीआई की प्राथमिकी के अनुसार राज्य के सिंचाई विभाग के कई पूर्व मुख्य अभियंताओं, अधीक्षण अभियंताओं, अन्य इंजीनियरों और लोक सेवकों, निजी ठेकेदारों और व्यवसायियों को आरोपी बनाया गया है।
673 कार्यों में से 1,031 करोड़ रुपये के 12 कार्यों की जांच जांच एजेंसी ने अपनी पहली प्राथमिकी में की थी। यह एफआईआर 407 करोड़ रुपये के 661 कार्यों से संबंधित है।
इस मामले में दर्ज की गई यह दूसरी प्राथमिकी है।
गोमती रिवरफ्रंट परियोजना अखिलेश यादव सरकार के तहत एक महत्वाकांक्षी परियोजना थी।
सीबीआई ने 30 नवंबर, 2017 को मामला दर्ज किया था, जिसकी जांच पहले उत्तर प्रदेश पुलिस कर रही थी।
यह आरोप लगाया गया है कि 1,513 करोड़ रुपये की गोमती रिवरफ्रंट विकास परियोजना में व्यापक अनियमितताएं पाई गईं हैं।
आईएएनएस