गणतंत्र दिवस परेड में स्वदेशी हथियारों की झलक, भारतीय तोप से 21 तोपों की सलामी
नई दिल्ली | 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में स्वदेशी व आधुनिक हथियारों की बेहतरीन झलक देखने को मिली. परंपरा के अनुसार सबसे पहले राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया और उसके बाद 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान हुआ. यह पहली बार है जब 21 तोपों की सलामी 105 मिमी की भारतीय फील्ड गन से दी गई. इसने पुरानी 25 पाउंडर बंदूक की जगह ली है. यह रक्षा क्षेत्र में बढ़ती भारतीय ‘आत्मनिर्भरता’ को प्रदर्शित करती है.
कर्तव्य पथ पर राष्ट्रगान और 21 तोपों की सलामी के साथ गणतंत्र दिवस परेड का भव्य शुभारंभ#RepublicDay2023 | #RepublicDayIndia pic.twitter.com/LS1eZGTXRj
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) January 26, 2023
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 26 जनवरी को नई दिल्ली में कर्तव्य पथ से 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्र का नेतृत्व किया. मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी परेड में मुख्य अतिथि रहे. खास बात यह रही कि मिस्र की सैनिक टुकड़ी ने कर्नल महमूद मोहम्मद अब्देल फत्ताह एल खारासावी के नेतृत्व में पहली बार कर्तव्य पथ पर मार्च किया.
74वें गणतंत्र दिवस की शोभा बढ़ाते हुए कर्तव्य पथ पर मिस्र के सैनिकों का यह मार्चिंग दस्ता
भारतीय सैनिकों के साथ इस दस्ते का कदम से कदम मिलाकर चलना भारत 🇮🇳 और मिस्र🇪🇬 की प्रगाढ़ मित्रता को दर्शाता है#RepublicDay2023
देखें 📺 pic.twitter.com/BfSrbGMd1w
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) January 26, 2023
17 मैकनाइज़्ड इन्फेंट्री रेजिमेंट का दस्ता अत्याधुनिक “नाग मिसाइल सिस्टम” के साथ कर्तव्य पथ की शोभा बढ़ाता हुआ
इस दस्ते की अगुवाई कर रहे लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ त्यागी ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को सलामी दी
#RepublicDay2023देखें 📺 pic.twitter.com/xXkI2VDX4m
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) January 26, 2023
मिस्र के सशस्त्र बलों का संयुक्त बैंड भी मार्चिंग में मौजूद रहा. मिस्र के मार्चिंग दल में कुल 144 सैनिक शामिल हुए, जो मिस्र के सशस्त्र बलों की मुख्य शाखाओं का प्रतिनिधित्व कर रहे थे.
लगभग 10 बजकर 30 मिनट पर शुरू हुई गणतंत्र दिवस परेड, देश की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता का एक अनूठा मिश्रण रही, जिसने देश की बढ़ती स्वदेशी क्षमताओं, नारी शक्ति और एक ‘न्यू इंडिया’ के उद्भव का प्रदर्शन किया.
परेड में सलामी मंच के सामने से 75 आर्मड रेजीमेंट के मुख्य युद्धक टैंक एमबीटी अर्जुन का दस्ता, नेतृत्व कर रहे हैं कैप्टन अमनजीत सिंह #RepublicDay2023 #गणतंत्र_दिवस pic.twitter.com/JY81Ra92qN
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) January 26, 2023
परेड समारोह की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाने के साथ हुई. इसके बाद, प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर सलामी मंच पर पहुंचें.
परेड की शुरूआत राष्ट्रपति की सलामी लेने के साथ हुई. परेड की कमान परेड कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ, अति विशिष्ट सेवा मेडल, दूसरी पीढ़ी के सेना अधिकारी संभाल रहे थे. मुख्यालय दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल भवनीश कुमार परेड सेकेंड-इन-कमांड थे.
नारी शक्ति की प्रतीक लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत के नेतृत्व में ‘कर्तव्य पथ’ पर मार्च करता नौसेना का आकर्षक मार्चिंग दस्ता
इस दस्ते में पहली बार 3 महिला और 5 पुरुष अग्निवीर भी शामिल हो रहे हैं।#RepublicDay2023 | #RepublicDay pic.twitter.com/mXghKiv4ft
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) January 26, 2023
सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों के गौरवशाली विजेता उनके पीछे-पीछे आए. इनमें परमवीर चक्र और अशोक चक्र के विजेता शामिल हैं. परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर (मानद कप्तान) बाना सिंह, 8 जेएके एलआई (सेवानिवृत्त), सूबेदार मेजर (मानद कप्तान) योगेंद्र सिंह यादव, 18 ग्रेनेडियर्स (सेवानिवृत्त) और सूबेदार (मानद लेफ्टिनेंट) संजय कुमार, 13 जेएके राइफल्स और अशोक चक्र विजेता मेजर जनरल सीए पीठावाला (सेवानिवृत्त), जीप पर डिप्टी परेड कमांडर के पीछे कर्नल डी श्रीराम कुमार और लेफ्टिनेंट कर्नल जस राम सिंह (सेवानिवृत्त) थे.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक परम वीर चक्र, शत्रु के सामने बहादुरी और आत्म-बलिदान के सबसे विशिष्ट कार्य के लिए प्रदान किया जाता है, जबकि अशोक चक्र, वीरता और इसके अलावा, दुश्मन के सामने आत्म-बलिदान के समान कार्यों को सम्मान देने के लिए प्रदान किया जाता है.
आईएएनएस