गैंग रेप पीड़िता ने जज पर लगाए गंभीर आरोप, कहा – “उन्होंने मुझे कपड़े खोलने को कहा ताकि वो मेरे शरीर पर चोट के निशान देख सके”, पुलिस ने दर्ज की FIR

सांकेतिक तस्वीर (फोटो क्रेडिट: सोशल मीडिया)

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राजस्थान के करौली जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल, एक दुष्कर्म पीड़िता ने जज पर गंभीर आरोप लगाए है. पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि जज ने उसे चोटें दिखाने के लिए कपड़े खोलने को कहा था.

इस मामले में पुलिस ने जज के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है.

पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़िता ने कहा, “मेरे बयान दर्ज करने के बाद मजिस्ट्रेट ने मुझे रोका और कहा – ‘अपने कपड़े खोलो, मैं तुम्हारे शरीर पर चोट के निशान देखना चाहता हूं’.”

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 18 वर्षीय युवती के साथ 19 मार्च को सामुहिक दुष्कर्म हुआ था.

कोर्ट के आदेश पर 27 मार्च को हिंडौन सदर थाने में FIR दर्ज हुई.

दुष्कर्म मामले की जांच हिंडौन पुलिस उपाधीक्षक ने की. पुलिस ने 27 मार्च को ही पीड़िता का मेडिकल चेकअप कराया. 30 मार्च को हिंडौन सिटी की मजिस्ट्रेट कोर्ट में पीड़िता का बयान दर्ज हुआ.

कोर्ट में बयान देने के बाद पीड़िता हिंडौन पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय पहुंची और शिकायत दर्ज कराई. पीड़िता का आरोप है कि बयान दर्ज करने के बाद मजिस्ट्रेट ने उसे रोका और ‘कपड़े खोलने’ को कहा.

इसके बाद पीड़िता ने हिंडौन कोतवाली पुलिस स्टेशन में मजिस्ट्रेट के खिलाफ मामला दर्ज कराया. मामले की जांच करौली एसटी-एससी सेल प्रभारी उपाधीक्षक मीना मीणा को सौंपी गई है.

रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद पीड़िता ने कहा, “मजिस्ट्रेट ने मुझसे जो कुछ कहा, मैं नहीं चाहती कि किसी और पीड़िता के साथ ऐसा हो. इसलिए जरूरी है कि आरोपी मजिस्ट्रेट को सजा मिले.”

उधर, जांच अधिकारी मीना मीणा ने कहा, ”मामला गंभीर है. इसकी गहनता से जांच कर रहे है.” उन्होंने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर जज के खिलाफ एससी- एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के तहत अवैध हिरासत व शील भंग करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.

हिंडन पुलिस स्टेशन के सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) हरलाल सिंह ने घटना की पुष्टि की है.

बता दे कि इस मामले का राजस्थान हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लेकर जांच शुरू कर दी है.

बुधवार को राजस्थान हाईकोर्ट के विजिलेंस रजिस्ट्रार ने आरोपी जज से करीब तीन घंटे तक पूछताछ की. इसके अलावा जज के बारे में जज के सहकर्मियों व अदालत के अन्य कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है.

हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)

 


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