PFI के खिलाफ कार्रवाई : दिल्ली में 30 से अधिक कार्यकर्ता हिरासत में
नई दिल्ली | पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 30 से अधिक सदस्यों को पुलिस ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की कई छापेमारी के दौरान हिरासत में लिया है. दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने आईएएनएस को बताया, 30 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है.
ताजा जानकारी के मुताबिक, शहर में कई जगहों पर छापेमारी जारी है. दिल्ली के अलावा देश के 8 राज्यों में पीएफआई से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है.
सूत्रों ने बताया कि मंगलवार तड़के शुरू हुई छापेमारी, महाराष्ट्र के औरंगाबाद, जालाना, परभणी जिलों में, वहीं कर्नाटक के सिमोगा, बीदर, बल्लारी, हुबली, कलबुर्गी जिले में, इसके अलावा, असम के नगरबेरा जिले में, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ, बुलंदशहर के कस्बा स्याना, सरूरपुर और लिसारी गेट, क्षेत्र में जारी है.
एनआईए के एक सूत्र ने बताया कि कुछ राज्यों में स्थानीय पुलिस उनके (एनआईए) निर्देश पर छापेमारी कर रही है.
22 सितंबर को पीएफआई के खिलाफ देशव्यापी कार्रवाई में, संगठन के लगभग 106 वरिष्ठ पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था.
गिरफ्तार सदस्यों में पीएफआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओ.एम.ए. सलाम, उपाध्यक्ष ई. अब्दुर्रहमान, राष्ट्रीय सचिव नसीरुद्दीन एलमारम, विचारक और राष्ट्रीय नेता प्रो. पी. कोया और केरल के कुछ अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हैं.
इनके अलावा, तमिलनाडु में पीएफआई के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य ए. एम. इस्माइल को कोयंबटूर से, पीएफआई के डिंडीगुल जोनल सचिव यासर अराफात को डिंडीगुल से और कुड्डालोर के जिला सचिव फैयास अहमद को कुड्डालोर से गिरफ्तार किया गया था. आठ अन्य नेताओं को राज्य के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार किया गया था.
सूत्रों ने बताया कि देश के 15 राज्यों में की गई छापेमारी में जांच एजेंसियों को पीएफआई के आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के पुख्ता सबूत मिले हैं.
छापेमारी के तुरंत बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और एनआईए प्रमुख दिनकर गुप्ता के साथ भी बैठक की थी जिसमें पीएफआई के खिलाफ जुटाए गए तथ्यों की समीक्षा कर आगे की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे.
आईएएनएस