बजट के विरोध में कांग्रेस अब करने जा रही है यह काम
नई दिल्ली | केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में आम बजट पेश किया. इसे लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं.
आम बजट में गैर भाजपा शासित राज्यों की अनदेखी के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने 27 जुलाई को होने वाली नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने का फैसला किया है.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “आज पेश किया गया केंद्रीय बजट बेहद भेदभावपूर्ण है, जो पूरी तरह से संघवाद और निष्पक्षता के सिद्धांतों के खिलाफ है. इसके विरोध में कांग्रेस शाषित राज्यों के मुख्यमंत्री 27 जुलाई को होने वाली नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करेंगे.”
उन्होंने आगे लिखा, “इस सरकार का रवैया पूरी तरह से संवैधानिक सिद्धांतों के विपरीत है. हम ऐसे आयोजन में भाग नहीं लेंगे जो पूरी तरह से इस शासन के सच्चे, भेदभावपूर्ण रंगों को छिपाने के लिए बनाया गया है.”
केंद्रीय बजट से नाराज विपक्षी दलों के तमाम मुख्यमंत्री भी नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार कर सकते हैं. मंगलवार को ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई, जिसमें मौजूद तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने नीति आयोग की बैठक के बहिष्कार करने की बात कही.
केंद्रीय बजट में तमिलनाडु की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए राज्य के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने का ऐलान किया है. उन्होंने दावा किया कि दक्षिणी राज्य तमिलनाडु को बजट में नजरअंदाज किया गया है.