क्या कोरोना का BF.7 वेरिएंट गंभीर रूप से बीमार कर सकता हैं? विशेषज्ञ ने दिया जवाब
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प्रतीकात्मक फोटो (पिक्साबे)
नई दिल्ली | ऐसा माना जा रहा है कि चीन समेत कई देशों में कोविड-19 के मामलों में जबरदस्त बढ़ोतरी के लिए ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट BF.7 जिम्मेदार है. भारत में भी अब तक इस वेरिएंट के चार मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें दो मामले गुजरात से और दो केस ओडिशा से हैं.
चीन के विपरीत, कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट ने भारत को विनाशकारी रूप से प्रभावित नहीं किया है, जबकि भारत में इस वेरिएंट का पहला मामला महीनों पहले ही पता चल गया था. हालांकि, केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सतर्क रहने और वेरिएंट को ट्रैक करने के लिए जीनोम अनुक्रमण (जीनोम सिक्वेंसिंग) को तेज करने का निर्देश दिया है.
BF.7, ओमिक्रॉन वेरिएंट BA.5 की उप-वंशावली है, जिसे नेशनल आईएमए कोविड टास्कफोर्स के सह-अध्यक्ष डॉ. राजीव जयदेवन ‘ओमिक्रॉन का परपोता’ कहते हैं.
डॉ. जयदेवन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “BF.7, ओमिक्रॉन का एक तरह से प्रपौत्र है, जिसमें मूल ओमिक्रॉन की तुलना में पहले से संक्रमित या टीकाकृत लोगों को संक्रमित करने की अधिक क्षमता है. इसे प्रतिरक्षा बचाव कहा जाता है. यह अनिवार्य रूप से ओमिक्रॉन के समान वायरस है, लेकिन अतिरिक्त म्यूटेशन के साथ.. ऐसा कोई संकेत नहीं है कि इससे (BF.7) अधिक गंभीर बीमारी हो सकती है.”
आईएएनएस