पुरुषों में भी स्तन कैंसर का खतरा : शोध
नई दिल्ली | एक शोध में कहा गया है कि ब्रेस्ट और ओवेरियन कैंसर से जुड़े BRCA1 और BRCA2 आनुवंशिक उत्परिवर्तन जीन का जोखिम पुरुषों में भी हो सकता है.
शोध में बताया गया है कि आमतौर पर महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर और ओवेरियन कैंसर से जुड़े BRCA1 और BRCA2 आनुवंशिक उत्परिवर्तन पुरुषों में भी कैंसर का जोखिम पैदा कर सकते है.
फ्रेड हच कैंसर सेंटर और वाशिंगटन विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों द्वारा जेएएमए ऑन्कोलॉजी में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, नए राष्ट्रीय स्क्रीनिंग दिशानिर्देशों का उद्देश्य आनुवंशिक परीक्षण और विशेष कैंसर स्क्रीनिंग के माध्यम से पुरुषों में इस जोखिम की पहचान करना है.
फ्रेड हच के प्रोस्टेट कैंसर जेनेटिक्स क्लिनिक की निदेशक हीदर चेंग ने कहा कि पुरुषों में पर्याप्त आनुवंशिक परीक्षण नहीं हो पाते है जिससे यह पता नहीं चल पता कि उनमें BRCA1 और BRCA2 जीन वैरिएंट है या नहीं.
उन्होंने आगे कहा, ”लोग हमेशा अपनी बेटियों का परीक्षण तो करवाते हैं, मगर अपने पर ध्यान नहीं देते.”
हालांकि, पुरुषों के लिए मौजूदा परीक्षण दर महिलाओं के मुकाबले बहुत कम है.
शोध टीम ने पुरुषों से अपने परिवार के कैंसर के इतिहास के बारे में चिकित्सकों से चर्चा करने का भी आग्रह किया.
चेंग ने कहा कि पुरुषों में स्क्रीनिंग बढ़ाने से अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा और BRCA से संबंधित कैंसर के बोझ में कमी आएगी.
आईएएनएस/हिंदी पोस्ट वेब डेस्क