कोलकाता | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24-परगना जिले में तृणमूल कांग्रेस के कथित समर्थकों ने हमला कर दिया। भाजपा प्रमुख गुरुवार को वहां एक रैली में शामिल होने के लिए निकल रहे थे। यह घटना शिराकोल इलाके के पास हुई जब नड्डा आज(गुरुवार) दोपहर डायमंड हारबर के रेडियो स्टेशन ग्राउंड में एक रैली को संबोधित करने के लिए जा रहे थे। सूत्रों ने बताया कि नड्डा जिस बुलेट प्रूफ वाहन में यात्रा कर रहे थे, उस पर तृणमूल कांग्रेस समर्थित गुंडों ने हमला किया था।
नड्डा के अलावा, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय और पार्टी नेता अनुपम हाजरा के वाहनों पर भी कथित तृणमूल समर्थकों ने हमला किया, जो पार्टी के झंडे के साथ थे।
नड्डा के काफिले के कारों की विंडशील्ड्स खराब हो गई, क्योंकि उपद्रवियों ने ईंटों, लोहे की रॉड और कांच की बोतलों से हिंसक हमला किया।
TMC goons attacked Kailash ji at Sirakal more, Diamond Harbour. Aimed bricks at him. Why Pishi and Bhaipo are so scared? Shameful act of cowardice! Clearly Pishi & her goons are fearful of people’s support for BJP in West Bengal. #BengalSupportsBJP pic.twitter.com/v9hblXevu9
— BJP Bengal (@BJP4Bengal) December 10, 2020
हमले में काफिले के सुरक्षा के प्रभारी कुछ केंद्रीय बल के जवान और एक भाजपा समर्थक घायल हो गए । भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं को जबरन उनकी कारों से खींच लिया गया और सभा स्थल तक पहुंचने के दौरान रास्ते में पीटा गया।
भाजपा नेता अनुपम हाजरा ने कहा, “हमारे काफिले पर तृणमूल समर्थकों की ओर से हमला किया गया था, जिन्होंने नड्डाजी के काफिले पर हिंसक हमला किया। यह जंगलराज के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने काफिले के साथ आए मीडियाकर्मियों पर भी हमला किया है।”
इससे पहले, नड्डा को तृणमूल कांग्रेस समर्थकों द्वारा कथित रूप से काले झंडे दिखाए गए थे, जब वह बुधवार शाम को पार्टी के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने के लिए कोलकाता के हेस्टिंग्स क्षेत्र में पहुंचे थे।
यह घटना नए खुले भाजपा कार्यालय के बाहर हुई, जब लगभग 50 लोगों ने काले झंडे लहराने की कोशिश की और ‘बीजेपी वापस जाओ’ के नारे लगाए। इसी दौरान भाजपा कार्यकर्ता भी बाहर आ गए और प्रदर्शनकारियों को जवाबी नारेबाजी के साथ जवाब देने की कोशिश की।
सूत्रों के अनुसार, शिराकोल क्षेत्र में एक राजनीतिक बैठक चल रही थी, जिसमें किसानों के राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के साथ एकजुटता दिखाई गई। उसी दौरान नड्डा का काफिला क्षेत्र से गुजर रहा था और उन पर हमला कर दिया गया।
आईएएनएस