बहराइच: राम गोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपियों की पुलिस से मुठभेड़, पैर में लगी गोली, VIDEO
बहराइच | बहराइच (उत्तर प्रदेश) में हिंसा के आरोपी सरफराज और तालिब गुरुवार को पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हो गए.
उन पर रामगोपाल मिश्रा को गोली मारने का आरोप हैं. रामगोपाल की मौत हो गई थी. बहराइच में हिंसा तब हुई थी जब एक समुदाय के लोग मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन करने जा रहे थे. इस हिंसा के दोनों फरार हो गए थे.
सरफराज और उसके साथियों पर रामगोपाल मिश्रा की बेरहमी से हत्या करने का आरोप लगा हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरफराज उत्तर प्रदेश पुलिस से बचने के लिए नेपाल भागने की फिराक में था, लेकिन वह पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया.
पुलिस-प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से दूर रहें और किसी भी प्रकार की भ्रामक जानकारी पर विश्वास न करें. सोशल मीडिया पर फैली भ्रामक पोस्टों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि कोई भी व्यक्ति गलत जानकारी फैलाता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
Watch: An encounter took place between the police and Sarfaraz, the accused in the shooting murder of Ram Gopal Mishra in Bahraich. The main accused, Rinku, alias Sarfaraz, and Talib were injured during the police encounter. Sarfaraz, the primary accused, was attempting to flee… pic.twitter.com/QYUHLB70GR
— IANS (@ians_india) October 17, 2024
बहराइच के महाराजगंज कस्बे में रविवार को मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के लिए जुलूस निकाला गया था. इस बीच, एक समुदाय विशेष के लोगों ने तेज आवाज में धार्मिक गाना बजाने पर आपत्ति जताई थी. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच शुरू हुआ विवाद हिंसात्मक हो गया था. दोनों समुदायों ने एक-दूसरे पर हमले किए थे.
इस दौरान बड़े पैमाने पर सार्वजनिक संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया गया था जिससे पूरा बहराइच हिंसा की आग में दहल उठा था. यही नहीं, हमलावरों ने कई दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया था. इसके बाद पुलिस ने फौरन कमर कसते हुए स्थिति को नियंत्रित किया था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच हिंसा में जान गंवाने वाले रामगोपाल मिश्रा के परिजनों से मिले थे और उन्हें आश्वासन दिया था कि इस हिंसा में संलिप्त आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.
इसके अलावा, मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने का भी ऐलान सरकार की तरफ से किया गया हैं. परिजनों ने मुख्यमंत्री को बताया कि जब तक रामगोपाल को मौत के घाट उतारने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती उनका रोष थमने वाला नहीं है.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क/आईएएनएस