ऑस्ट्रेलियन ओपन: सानिया मिर्जा ने उपविजेता रहकर ग्रैंड स्लैम करियर को अलविदा कहा, खूब फूट-फूट कर रोई

यह इमेज सानिया मिर्ज़ा द्वारा इंस्टाग्राम पर साझा की गई (फाइल फोटो)

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मेलबर्न | भारत की टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने इस वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के मिश्रित युगल में उपविजेता रहकर अपने ग्रैंड स्लैम करियर को अलविदा कहा.

सानिया और उनके भारतीय जोड़ीदार रोहन बोपन्ना को मेलबर्न पार्क में मिश्रित युगल फाइनल में ब्राजील की जोड़ी लुईसा स्टेफनी और राफेल माटोस से हार का सामना करना पड़ा.

सानिया और बोपन्ना को स्टेफनी और माटोस ने लगातार सेटों में 7-6(2), 6-2 से हराया. ब्राजीली जोड़ी अपना पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल खेल रही थी.

सानिया ने अपना पहला मेजर खिताब 2009 में मेलबर्न पार्क में महेश भूपति के साथ जोड़ी बनाकर जीता था. उन्होंने अपने शानदार ग्रैंड स्लैम करियर का समापन मेलबर्न पार्क में ही किया.

सात साल बाद 2016 में सानिया ने स्विस स्टार मार्टिना हिंगिस के साथ जोड़ी बनायी और टॉप सीड खिलाड़ी के रूप में महिला युगल खिताब जीता.

ऑस्ट्रेलिया के बाहर सानिया ने चार और ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं. उन्होंने हिंगिस के साथ 2015 में विम्बलडन और यूएस ओपन का खिताब जीता. उन्होंने 2012 में भूपति के साथ फ्रेंच ओपन का खिताब और 2014 में ब्रूनो सोरेस के साथ यूएस ओपन का खिताब जीता.

भावुक नजर आ रही सानिया ने कहा, “मेरे प्रोफेशनल करियर की शुरूआत 2005 में मेलबर्न में हुई थी जब मैं 18 साल की उम्र में तीसरे दौर में सेरेना विलियम्स से खेली.”

उन्होंने कहा, “यह 18 साल पहले हुआ था. मुझे यहां बार-बार आकर खेलने और कुछ खिताब जीतने का मौका मिला. इस बार फाइनल में हम जीत नहीं पाए लेकिन अपने ग्रैंड स्लैम करियर को समाप्त करने के लिए इससे बेहतर स्थान और व्यक्ति और कोई नहीं हो सकता था.”

सानिया ने साथ ही कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अपने बच्चे के सामने ग्रैंड स्लैम फाइनल खेलूंगी लेकिन यह मेरे लिए बहुत खास मौका है कि मेरा चार वर्षीय बेटा और मेरे माता-पिता तथा रोहन की पत्नी यहां हैं.”

आईएएनएस


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