चाचा-भतीजे की लड़ाई पहुंची चुनाव आयोग, अजित पवार ने NCP पर दावा ठोका
नई दिल्ली । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा/NCP) में दो-फाड़ के कुछ दिन बाद अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट ने बुधवार को पार्टी और पार्टी के घड़ी चुनाव चिह्न पर दावा करते हुए भारतीय निर्वाचन आयोग यानि इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया का दरवाजा खटखटाया है.
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा-एकनाथ शिंदे सरकार में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार ने चुनाव आयोग से संपर्क किया है.
एक सूत्र ने बताया कि चुनाव आयोग को 30 जून को अजित पवार द्वारा प्रतीक आदेश (सिम्बल्स आर्डर), 1968 के पैरा 15 के तहत एक याचिका प्राप्त हुई है. इसके बाद 30 जून को ही सांसदों/विधायकों/एमएलसी के 40 से ज्यादा हलफनामे (5 जुलाई को चुनाव आयोग को मिला) आयोग को मिले है. आयोग को एक प्रस्ताव भी प्राप्त हुआ है जिस पर कोई तारीख नहीं है. इसमें सर्वसम्मति से अजित पवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष चुने जाने का जिक्र है.
सूत्र ने कहा कि आयोग को महाराष्ट्र राज्य के NCP के अध्यक्ष जयंत आर. पाटिल के कैविएट दाखिल करने का एक ईमेल 3 जुलाई को प्राप्त हुआ. पाटिल NCP सुप्रीमो शरद पवार के खेमे से हैं.
सूत्र ने कहा कि आयोग को जयंत आर. पाटिल का 3 जुलाई का एक पत्र भी मिला है जिसमें बताया गया है कि महाराष्ट्र विधानसभा के नौ सदस्यों की अयोग्यता के लिए सक्षम प्राधिकारी के समक्ष याचिका दायर की गई है.
सूत्र ने कहा कि आयोग द्वारा मौजूदा कानूनी ढांचे के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने के बाद अजित पवार ने आठ विधायकों के साथ पार्टी तोड़ दी है.
शरद पवार और अजित पवार खेमे राज्य में अपनी ताकत दिखाने के लिए बुधवार को अलग-अलग बैठकें कर रहे हैं.
आईएएनएस