विभागों का बंटवारा होने के बाद संजय सिंह ने दी प्रतिक्रिया, कहा – “न गृह न रक्षा ………. बहुते बेइज्जती है”
मोदी सरकार में विभागों का बंटवारा हो गया है. अमित शाह, राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर ने अपने-अपने गृह, रक्षा, वित्त और विदेश मंत्रालय बरकरार रखे हैं.
वही मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कृषि एवं ग्रामीण विकास विभाग, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को स्वास्थ्य विभाग जबकि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को ऊर्जा मंत्रालय दिया गया है.
अब विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है. आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने इस पर तंज कसा है.
संजय सिंह ने अपने X अकाउंट पर लिखा, “न गृह न रक्षा न वित्त न विदेश न वाणिज्य, न सड़क न रेल न शिक्षा न स्वास्थ्य, न कृषि न जलशक्ति, न पेट्रोलियम न दूरसंचार… एनडीए के घटक दलों के हिस्से में आया सिर्फ ‘झुनझुना मंत्रालय’… यह तो बहुते बेइज्जती है.”
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोमवार को कहा कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं लेकिन बहुमत नहीं मिलने के कारण इस बार वह सबसे कमजोर प्रधानमंत्री साबित होने वाले हैं.
पिछली बार की तुलना में इस बार विपक्ष मजबूत है. इस बीच, केंद्रीय मंत्रिमंडल में विभागों के बंटवारे पर तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार को झुनझुना पकड़ा दिया गया है.
नई दिल्ली से शाम को पटना पहुंचने पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि बहुत चर्चा हो रही थी कि यह विभाग मिलेगा वो विभाग मिलेगा लेकिन, आखिरकार मोदी सरकार में बिहार के मंत्रियों को झुनझुना थमा दिया गया है.
उन्होंने कहा कि बिहार इस बार सरकार में निर्णायक भूमिका में है. नीतीश कुमार चाहें तो इस बार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल सकता है. साथ ही जातिगत जनगणना और आरक्षण की सीमा 75 प्रतिशत तक बढ़ाने की भी मांग को आगे बढ़ाना चाहिए.
तेजस्वी यादव ने ‘लैंड फॉर जॉब’ मामले से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि इस मामले में लालू यादव के खिलाफ नई चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है. लालू यादव का नाम कितनी बार दिया गया है. इन सबसे फर्क नहीं पड़ता है.
राजद के लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन पर कहा कि पिछले बार हमें जीरो सीट मिली थी. इस बार चार सीटें आई हैं. अगली बार चार गुना सीटें बढ़ेंगी. जांच एजेंसियों से जुड़े एक सवाल पर कहा कि इस बार विपक्ष बहुत मजबूत है. सरकार को निष्पक्ष रहना पड़ेगा नहीं तो पार्लियामेंट में इस बार ईंट से ईंट बजेगी.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)