ग्वालियर के बाद मुरैना में बीजेपी ने गंवाया मेयर पद; कांग्रेस ने 25 साल बाद रीवा जीता
भोपाल | मध्य प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के पहले चरण की मतगणना में ग्वालियर नगर निगम चुनाव में मेयर पद गवाने के बाद ग्वालियर-चंबल संभाग में सत्तारूढ़ भाजपा को एक और झटका लगा है.
भाजपा ने दूसरे चरण में मुरैना नगर निगम में मेयर पद गंवा दिया है. मुरैना पार्टी के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का गृह क्षेत्र है. नगर निकाय चुनाव का परिणाम बुधवार को घोषित किए गया.
यही नहीं, भाजपा ने रीवा नगर निगम में महापौर पद भी 25 साल बाद अपने मुख्य राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के खिलाफ गंवा दिया है. रीवा के मेयर पद पर कांग्रेस प्रत्याशी अजय मिश्रा (बाबा) ने भाजपा के प्रबोध व्यास को हराकर जीत लिया है. इसी तरह, मुरैना में मेयर पद के लिए कांग्रेस प्रत्याशी शारदा सोलकी ने भाजपा की मीना जाटव को हराया.
बुधवार को दूसरे चरण की मतगणना में घोषित पांच नगर निगम परिणामों में से भाजपा और कांग्रेस दोनों ने दो-दो मेयर पद जीते है. भाजपा ने रतलाम और देवास नगर निगमों में मेयर पदों को बरकरार रखा, जबकि एक निर्दलीय उम्मीदवार ने कटिनिया मेयर पद पर जीत हासिल की.
इसी के साथ मध्य प्रदेश के 16 नगर निगमों में भाजपा ने नौ (पहले चरण में सात और दूसरे चरण में 2) महापौर पदों पर कब्जा जमाया है. विपक्षी कांग्रेस, (जो पिछले चुनावों में सभी महापौर पदों को हार गई थी) ने पांच सीटों पर विजय प्राप्त (मेयर का चुनाव जीता) की है. जबकि आम आदमी पार्टी (आप) को एक मेयर पद (सिंगरौली) जीतने में सफलता मिली है. वही कटनी के मेयर पद को एक निर्दलीय उम्मीदवार ने जीता लिया है.
मध्य प्रदेश में महापौर पदों के लिए डायरेक्ट चुनाव की शुरूआत के बाद (1999 के बाद से) यह पहली बार है जब कांग्रेस के पांच महापौर होंगे.
ग्वालियर के मेयर पद पर कांग्रेस की जीत और अब रीवा और मुरैना में मिली जीत से पार्टी कैडर का विश्वास बढ़ेगा. ग्वालियर-चंबल संभाग को भाजपा के दो दिग्गज केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर का गृह क्षेत्र माना जाता है. रीवा में कुल आठ विधानसभा सीटें हैं और 2018 में सभी 8 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. रीवा से सांसद भी भारतीय जनता पार्टी से ही हैं.
नगर निकाय चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, “मुरैना में कांग्रेस पार्टी ने पहली बार प्रचंड जीत दर्ज की है. मुरैना के साथ ही पूरे ग्वालियर-चंबल पट्टी के लोगों ने कहा कि वे पूरी तरह कांग्रेस पार्टी के साथ हैं. यह जीत जनता की जीत है और 15 महीने बाद मध्य प्रदेश में बड़े बदलाव का आह्वान है.”
आईएएनएस