देश अतिक्रमित इलाके को मुक्त कराने पर आश्वासन चाहता है : सोनिया
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी घुसपैठ और भारतीय सैनिकों की शहादत पर आहूत सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेते हुए कहा कि मूल्यवान समय जाया हो गया है और उन्होंने सवाल किया कि सरकार आगे क्या कर रही है।
उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक पहले ही बुलाई जानी चाहिए थी।
पार्टी की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, सोनिया ने कहा, “हम कांग्रेस पार्टी में मानते हैं कि पांच मई से छह जून तक का मूल्यवान समय बर्बाद हो गया है, जिस दिन कॉर्प्स कमांडर्स की बैठक हुई थी। छह जून की बैठक के बाद भी चीनी नेतृत्व से राजनीतिक और कूटनीतिक स्तरों पर सीधी बातचीत के प्रयास किए जाने चाहिए थे।”
सोनिया गांधी ने कहा, “सवाल है कि आगे क्या? आगे का रास्ता क्या है? पूरा देश यह आश्वासन चाहेगा है कि पूर्व की यथास्थिति बहाल होगी और चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी मूल स्थिति में वापस लौटेगा।”
गांधी ने दावा किया कि सरकार सभी रास्तों का इस्तेमाल करने में विफल रही, और परिणामस्वरूप 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए। उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री से आग्रह करूंगी कि इस वर्ष अप्रैल से लेकर आज की तारीख तक के सभी तथ्य और घटनाक्रम हमारे साथ साझा करें।”
सोनिया ने कहा, “हमारे पास सरकार से कुछ सवाल हैं। किस तिथि को चीनी सेना ने लद्दाख में हमारे क्षेत्र में घुसपैठ की? सरकार को हमारे क्षेत्र में चीनी घुसपैठ के बारे में कब पता चला? क्या पांच मई को, जैसा कि खबरों में हैं, या इससे पहले?”
कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल किया, “क्या सरकार को हमारे देश की सीमा के उपग्रह चित्र नियमित तौर पर नहीं मिलते? क्या हमारी विदेशी खुफिया एजेंसियों ने एलएसी पर किसी असामान्य गतिविधि के बारे में सूचित नहीं किया? क्या सैन्य खुफिया ने घुसपैठ के बारे में और एलएसी पर बड़ी संख्या में जमावड़े के बारे में सरकार को अलर्ट नहीं किया? सरकार क्या मानती है कि यहां खुफिया विफलता हुई है?”
उन्होंने कहा, “वास्तव में इस समय भी संकट के कई महत्वपूर्ण पक्षों के बारे में हम अनजान हैं।”
गांधी ने कहा कि कांग्रेस और पूरा विपक्ष हमारे रक्षा बलों के साथ एकजुट खड़ा है और उन्हें लड़ाई में सक्षम बनाने के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है।
उन्होंने कहा, “पूरा राष्ट्र उम्मीद करता है कि सरकार सभी विपक्षी दलों को और देश को भरोसे में लेगी और नियमित तौर पर हमें जानकारी देती रहेगी, ताकि हम दुनिया के समक्ष एकता और एकजुटता की एक तस्वीर प्रस्तुत कर सकें।”
गांधी ने शहीद सैनिकों को श्रद्वांजलि अर्पित की और उनके शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
आईएएनएस