पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की गीदड़भभकी, कहा- “या तो सिंधु नदी का पानी बहेगा या फिर उनका खून….”, VIDEO

Bilawal Bhutto (1) (1)

पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी (फाइल फोटो | आईएएनएस)

The Hindi Post

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच माहौल काफी तल्ख हो गया है. इस बात को इससे समझा जा सकता है कि पाकिस्तान की तरफ से लगातार बयानबाजी हो रही है. अब पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी का एक बयान आया है जिससे पड़ोसी देश की बौखलाहट का पता चलता है.

दरअसल, भुट्टो ने कहा है कि सिंधु नदी पाकिस्तान की है और अगर भारत ने उसका पानी रोकने की कोशिश की तो उसको इसका अंजाम भुगतना होगा.

एक रैली में पाकिस्तान के लोगों को संबोधित करते हुए बिलावल ने कहा, “मैं सिंधु दरिया के पास खड़े होकर यह साफ कर देना चाहता हूं कि सिंधु नदी हमारी थी, हमारी है और हमारी ही रहेगी… या तो इस नदी का पानी बहेगा या फिर उनका खून, जो हमारी नदी को हमसे छीनना चाहते हैं.”

बिलावल भुट्टो ने आगे कहा, “पाकिस्तान और भारत के बीच में समझौता हुआ था. इस समझौते में भारत कह चुका है कि सिंधु नदी पाकिस्तान की है. आज मोदी कहते हैं कि हम इस समझौते को नहीं मानते हैं. ऐसा नहीं हो सकता. यह बात कोई नहीं मानेगा. पाकिस्तान की जनता नहीं मानेगी और न ही भारत की जनता हमारे ऊपर होता यह अत्याचार बर्दाश्त करेगी.”

पीपीपी नेता ने कहा कि हम सभी ने भारत पर हुए आतंकवादी हमले की  निंदा की है. पाकिस्तान खुद आतंकवाद से पीड़ित है लेकिन भारत ने हमारे ऊपर ही इसका आरोप लगा दिया है. ऐसे में मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि अगर आपकी जनसंख्या ज्यादा है और आप बड़े देश हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप कोई भी फैसला मन मुताबिक ले लेंगे. पाकिस्तान की जनता गैरतमंद है और बहादुर है. वह अपने हक की रक्षा करना जानती है.

बिलावल ने आगे कहा, “पीएम मोदी जहां भी जाते हैं खुद को हजारों साल पुरानी सभ्यता का बताते हैं लेकिन मैं आपको बता देना चाहता हूं कि आज जहां हम खड़े हैं वही पर सिंधु घाटी सभ्यता का जन्म हुआ था. हम इस सभ्यता के असली वारिस हैं. हम इस दरिया के असली वारिस हैं.”

बिलावल ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को संदेश देते हुए कहा कि राज्य के मसलों में शायद हमारी सोच एक जैसी न हो लेकिन पाकिस्तान के हक के लिए हम उनके फैसले के साथ हैं.

 

Hindi Post Web Desk


The Hindi Post
error: Content is protected !!