आशा किरण शेल्टर होम में एक महीने में 14 मौतें, जांच शुरू, जानिए क्या है यह मामला?
नई दिल्ली | दिल्ली के रोहिणी स्थित आशा किरण होम (मानसिक रूप से विकलांगों के लिए बना सरकारी आवास) में जुलाई के महीने में 14 मौतें होने का मामला सामने आने के बाद दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने एसीएस राजस्व को पूरे मामले की तुरंत मजिस्ट्रेट से जांच शुरू कराने और फिर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं. मृतकों में 13 वयस्क और एक नाबालिग है.
दिल्ली सरकार की मंत्री ने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है जिनकी लापरवाही के कारण ये मौतें हुई हैं. उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सही कदम उठाने को भी कहा है.
जारी किए गए जांच पत्र में आतिशी ने इस बात का जिक्र किया कि आज मुझे एक खबर (प्रतिलिपि संलग्न) मिली, जिसमें दिल्ली के रोहिणी में स्थित मानसिक रूप से विकलांगों के लिए सरकारी आवास (आशा किरण) में जुलाई में 14 मौतों की घटना के बारे में बताया गया है. ये मौतें कथित तौर पर स्वास्थ्य समस्याओं और कुपोषण के कारण हुईं है. राजधानी दिल्ली में ऐसी बुरी खबर सुनना बेहद चौंकाने वाला है और अगर यह सच है तो हम इस तरह की चूक बर्दाश्त नहीं कर सकते. यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है.
आतिशी ने अपने पत्र के जरिए एसीएस, राजस्व को निर्देशित किया है कि पूरे मामले की तुरंत मजिस्ट्रेट से जांच शुरू करें और 48 घंटों के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करें. जिनकी लापरवाही के कारण ये मौतें हुई हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा करें. भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उठाए जाने वाले सुझावात्मक उपायों की सिफारिश करें.
आशा किरण में हुई इस घटना ने एक बार फिर दिल्ली सरकार के अधिकारियों की लापरवाही को उजागर किया है. जिसके बाद मंत्री को इस पर जांच के आदेश देने पड़े हैं.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क/आईएएनएस