आईआईटी बॉम्बे के छात्रों पर प्रभु राम और माता सीता के अपमान का आरोप, संस्थान ने एक छात्र पर लगाया 1.2 लाख का जुर्माना
नई दिल्ली | भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे के छात्रों ने भगवान राम और माता सीता के बारे में कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी की है. इसे भारतीय जनता पार्टी के नेता राम कदम ने बेहद गंभीर मामला बताया है. साथ ही उन्होंने कड़ी कार्रवाई करने की मांग की.
भाजपा नेता राम कदम ने कहा कि क्या अभिव्यक्ति की आजादी और कला के नाम पर देवी-देवताओं का विडंबन (नकल) किया जा सकता है? क्या किसी की श्रद्धा या आस्था के साथ खिलवाड़ होना चाहिए? ऐसे में कोई कॉलेज का विद्यार्थी हो या फिर फिल्मी कलाकार या दर्शक, सब पर कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है. अभी जो आईआईटी बॉम्बे का मामला सामने आया है, वह बेहद गंभीर है. अगर छात्र अपनी शिक्षा हासिल करने की उम्र में यह सब करेंगे तो आगे (उनका) क्या भविष्य होगा. इस पर कड़ा से कड़ा कानून बने, यह समय की मांग है.
दरअसल, आईआईटी बॉम्बे के ओपन एयर थिएटर में नाटक मंचन के दौरान भगवान श्रीराम और माता सीता का अपमान करने का मामला प्रकाश में आया था. 31 मार्च को छात्रों ने ‘राहोवन’ नाटक के दौरान प्रभु राम और सीता का ना सिर्फ अपमान किया था बल्कि अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया था. इसके बाद वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल होने लगा था. सोशल मीडिया यूजर्स वीडियो पर अपना आक्रोश भी जताने लगे.
वीडियो सामने आने के बाद आईआईटी बॉम्बे ने छात्रों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेते हुए जुर्माना लगाया गया है. जानकारी के अनुसार, एक छात्र पर 1.20 लाख का जुर्माना ठोका गया है. जूनियर छात्रों पर 40,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है. इतना ही नहीं उनकी हॉस्टल की सुविधा भी छीन ली गई है. इसके अलावा आईआईटी ने सात अन्य स्टूडेंट को भी दंडित किया है.
IANS