स्कूल में हिंदू छात्रों को ‘नमाज़’ अता करने के लिए कहने पर जांच के आदेश, स्कूल प्रिंसिपल ने मांगी माफी
भुज । गुजरात के कच्छ जिले के मुंद्रा में पर्ल स्कूल में कथित तौर पर हिंदू छात्रों से नमाज अता करने के लिए कहने की घटना की जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने जांच शुरू कर दी है.
डीईओ ने मामले का संज्ञान लेते हुए एक टीम का गठन कर दिया है. यह टीम इस घटना की जांच करेगी. DEO ने कहा कि दोषी पाए जाने पर स्कूल पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और स्कूल का अनुमोदन रद्द भी किया जा सकता है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आने के बाद इस घटना के बारे में जानकारी हुई. इसमें पर्ल स्कूल में पढ़ने वाले हिंदू छात्रों को कथित तौर पर बकरीद के मौके पर टोपी पहनने और नमाज अता करने का निर्देश दिया गया था.
स्कूल की प्रिंसिपल प्रीति वाघवानी ने दावा किया कि 28 जून को आयोजित नमाज पढ़ने का कार्यक्रम, स्कूल में होने वाली एक्टिविटीज का एक हिस्सा था. अगर किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो वह इसके लिए माफी मांगती है.
हालांकि, स्थानीय विधायक अनिरुद्ध दवे ने इस तरह की गतिविधि पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि तैराकी, घुड़सवारी या संगीत प्रदर्शन जैसी एक्टिविटीज को शामिल किया जा सकता है, लेकिन नमाज को स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा नहीं होना चाहिए.
दवे ने DEO से मामले में उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है. उन्होंने यह भी बताया कि घटना वाले दिन स्कूल में छुट्टी थी, फिर भी छात्रों को बुलाया गया और मुसलमानों के कपड़े पहनकर नमाज पढ़ने को कहा गया.
आईएएनएस