‘तो ये धमाका नहीं था बल्कि…’, 2000 के नोट पर RBI के फैसले पर आया ममता बनर्जी का पहला बयान

File Photo: IANS

The Hindi Post

कोलकाता | पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और भाजपा के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय के बीच ट्विटर पर जंग देखने को मिल रही है. दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार शाम को 2,000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा की. इसके बाद, ममता बनर्जी ने एक ट्वीट करके कहा, “तो यह 2,000 रुपये का धमाका नहीं था बल्कि एक अरब भारतीयों के लिए एक बिलियन डॉलर का धोखा था. मेरे प्यारे भाइयों और बहनों जग जाओ. नोटबंदी के कारण हमने जो पीड़ा झेली है, उसे भुलाया नहीं जा सकता है और जिन्होंने यह पीड़ा दी है उन्हें क्षमा नहीं किया जाना चाहिए.”

उनके इस पोस्ट पर पलटवार करते हुए मालवीय ने कहा, “पश्चिम बंगाल सरकार के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के गिरफ्तारी मेमो में ममता बनर्जी का उल्लेख उनके रिश्तेदार/मित्र के रूप में किया गया था…. पार्थ को शिक्षक भर्ती घोटाले के लिए गिरफ्तार किया गया था और उनकी पार्टनर अर्पिता मुखर्जी के घर से 50 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किया गया था. अर्पिता और पार्थ दोनों ही ममता बनर्जी के काफी करीबी हैं. ऐसा लगता है कि सारा पैसा 2,000 रुपये के नोटों में एकत्र किया गया था…”

शुक्रवार शाम को आरबीआई ने घोषणा कि वह 2,000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट को संचलन से वापस ले लेगा, लेकिन यह नोट लीगल टेंडर बने रहेंगे.

2,000 मूल्यवर्ग के बैंकनोट को नवंबर 2016 में पेश किया गया था.

RBI ने यह भी कहा कि सभी बैंक 30 सितंबर, 2023 तक 2,000 रूपए के नोटों के लिए जमा और / या विनिमय करने की सुविधा प्रदान करेंगे.

आरबीआई ने कहा कि नोटबंदी का कदम उसकी स्वच्छ नोट नीति (क्लीन नोट पोलिसी) का हिस्सा है.

आईएएनएस


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