अमित शाह के दंगे वाले बयान पर कांग्रेस नेताओं ने थाने जाकर दर्ज कराई शिकायत
बेंगलुरू | कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा नेताओं और रैली के आयोजकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. कांग्रेस ने अमित शाह और अन्य भाजपा नेताओं पर भड़काऊ बयान देने, दुश्मनी, नफरत और दुर्भावना को बढ़ावा देने के संबंध में पुलिस शिकायत दर्ज कराई है.
शिकायत बेंगलुरु में हाई ग्राउंड्स पुलिस के पास दर्ज की गई है. कर्नाटक के कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार, राज्य के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला और एआईसीसी प्रवक्ता गौरव वल्लभ व्यक्तिगत रूप से पुलिस स्टेशन गए और शिकायत दर्ज कराई.
उन्होंने अपनी शिकायत में इस बात का उल्लेख किया कि केंद्रीय मंत्री ने चुनावी रैली में कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो हिंसा की घटनाएं होंगी. उन्होंने कहा कि अमित शाह ने वोटरों को डराने/धमकाने का काम किया. उनके इस बयान के आधार पर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए.
शिकायत में कहा गया है कि उनके (अमित शाह) द्वारा जानबूझकर झूठे बयान दिए गए, मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए धमकी दी गई है और प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को बदनाम किया गया.
पार्टी ने आईपीसी और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है.
शाह द्वारा यह बयान 25 अप्रैल को विजयपुरा और अन्य स्थानों पर सार्वजनिक रैलियों के दौरान दिया गया था.
शिकायत में कहा गया है कि शाह ने अपने भाषण से निराधार और झूठा आरोप लगाकर कांग्रेस की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया. इसका स्पष्ट उद्देश्य एकत्रित व्यक्तियों (रैली में शामिल लोग) के बीच सांप्रदायिक वैमनस्य का माहौल बनाने की कोशिश करना था.
कांग्रेस ने कहा कि अमित शाह का बयान आईपीसी की धारा 505 और आईपीसी के अन्य प्रावधानों के तहत दंडनीय हैं.
सुरजेवाला ने कहा, इसलिए हम अनुरोध करते हैं कि अमित शाह और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ तत्काल प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए.
आईएएनएस