पंजाब: अमृतसर में थाने पर हमला, ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के हथियारबंद लोग पुलिस से भिड़े, 6 पुलिसकर्मी घायल

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पंजाब के अमृतसर में गुरुवार को भारी बवाल हुआ. इस बवाल में 6 पुलिस कर्मी घायल हो गए. घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हुए यह कि ‘वारिस पंजाब दे’ नाम के संगठन के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक – अमृतपाल सिंह के समर्थक तलवार और हथियार लेकर पुलिस से भिड़ गए. एक बहुत बड़ी भीड़ पुलिस स्टेशन परिसर में घुस गई. उनकी मांग थी कि 24 घंटे के भीतर उनके कार्यकर्ता को छोड़ा जाए.

प्रदर्शनकारी अमृतपाल सिंह के सहयोगी लवप्रीत तूफान की गिरफ्तारी के खिलाफ अजनाला कस्बे में प्रदर्शन कर रहे थे. उनकी मांग थी कि लवप्रीत को छोड़ा जाए.

तनाव को कम करने और स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस आयुक्त जसकरन सिंह ने मीडिया से कहा कि प्रदर्शनकारियों ने लवप्रीत तूफान के निर्दोष होने के पर्याप्त सबूत दिए हैं. उन्होंने कहा, “एसआईटी (विशेष जांच दल) ने इसका संज्ञान लिया है. ये लोग अब शांतिपूर्वक पीछे हट जाएंगे. कानून अपना काम करेगा.”

अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया गया है. आरोप है कि अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों ने रोपड़ जिले के चमकौर साहिब के एक निवासी का अपहरण कर लिया था. लवप्रीत, अमृतपाल का साथी है.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरों में देखा जा सकता है कि अमृतपाल सिंह के समर्थन में थाने के बाहर प्रदर्शनकारियों की भारी भीड़ जमा है. इस दौरान पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश में लगी रहती है.

अमृतपाल सिंह, जिसने हाल ही में कथित तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धमकी दी थी कि उनका हश्र पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जैसा होगा, उसने गुरुवार को कहा- “FIR केवल राजनीतिक मकसद से दर्ज की गई थी. यदि वह एक घंटे में FIR को रद्द नहीं करते हैं, तो आगे जो भी होगा उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा.”

बता दे, ‘वारिस पंजाब दे’ कट्टरपंथियों का एक संगठन है जिसकी स्थापना एक्टिविस्ट दीप सिद्धू ने की थी. डीप सिद्धू की पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी.

हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)


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