ऐसी मोहब्बत पर सिर पीट लेंगे आप, बेटी के ससुर से हुआ महिला को प्यार, दोनों हुए फरार, सिलेंडर तक ले गई

बदायूं | अपने दौर के मशहूर शायर मिर्ज़ा ग़ालिब ने कभी लिखा था, ‘इश्क ने ‘ग़ालिब’ निकम्मा कर दिया वर्ना हम भी आदमी थे काम के ‘. बॉलीवुड ने भी इसे खूब भुनाया और ‘निकम्मा किया इस दिल ने’ पर युवाओं को थिरकने के लिए मजबूर कर दिया.
कहने का मतलब है कि दौर बदलते रहे और मोहब्बत का मुकाम भी बदलता चला गया. कितना खूबसूरत अहसास होती है मोहब्बत, जिसे चाहो, उसे चुपके-चुपके याद करो और मुस्कुराते रहो. आज के दौर में मोहब्बत ‘लाल इश्क’ से आगे बढ़कर ‘फरार इश्क’ हो चुकी है. मतलब, मोहब्बत के नाम पर तमाम ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं जिन्हें जानकर न सिर्फ आप सिर पीट लेंगे. हर गुजरते दिन के साथ ढहती सामाजिक मर्यादाओं पर शर्मिंदा हो जाएंगे.
पिछले दिनों अलीगढ़, मेरठ और बरेली से सामने आई घटनाएं हमारे सामने सवाल उठाती हैं कि क्या बड़े होने के नाते हमारा ऐसा फर्ज़ बनता है कि अपने आने वाले भविष्य को इस तरह से कलंकित करें.
दरअसल, बदायूं के दातागंज से एक ऐसी ही खबर सामने आई है, जिस पर मोहब्बत का स्टीकर चिपकाया जा रहा है. लेकिन, स्थिति उतनी सीधी नहीं है, जितनी बताई जा रही है. बदायूं में एक महिला अपनी बेटी के ससुर के साथ फरार हो गई. हैरानी की बात यह है कि महिला के चार बच्चे हैं. एक लड़की की शादी 2022 में हुई थी. उसी बेटी के ससुर के साथ महिला को प्यार हो गया और उसने जीवन गुजारने का फैसला कर लिया.
इस पूरी घटना पर महिला के पति सुनील कुमार का कहना है कि वह ट्रक ड्राइवर है. इस कारण मैं घर पर कम ही रहता हूं. पत्नी को जब भी जरूरत होती थी पैसे भेज दिया करता था. मेरे पीठ पीछे पत्नी समधी शैलेंद्र उर्फ विल्लू को बुलाती थी. आरोपी रोडवेज बस का सरकारी ड्राइवर है. इस बार भी पत्नी ने समधी को बुलाया और उसके साथ फरार हो गई. पति का कहना है कि उनकी पत्नी पहले भी तीन बार समधी के साथ भाग चुकी है. इसके बाद भी पत्नी को घर में रखा लेकिन उसमें कोई सुधार नहीं हुआ. इसी बीच मुझे पत्नी के फिर से फरार होने की खबर मिली.
उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी समधी का भी भरा-पूरा परिवार है. इसके बावजूद वह उनकी पत्नी के साथ फरार हो गया. उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस के पास पहुंचा तो कोई पुख्ता जानकारी नहीं दी गई. यहां तक कि पत्नी घर में रखा सारा जेवर और रुपए भी लेकर भाग गई यहां तक की सिलेंडर भी नहीं छोड़ा.
इस घटना को लेकर महिला के बेटे का कहना है कि पिताजी घर पर ज्यादा नहीं रहते थे. हर तीसरे दिन मम्मी समधी को मिलने के लिए बुलाती थी और घर में उसी के साथ रहती थी. हम लोगों को दूसरे कमरे में भेज दिया जाता था. इसी बीच मम्मी अपने समधी के साथ ऑटो में बैठकर फरार हो गई.
इस पूरे मामले में पुलिस का जवाब रटा-रटाया है. पुलिस का कहना है कि मामले की सूचना मिली है. इस मामले में प्रार्थना पत्र मिलने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
IANS