पहलगाम हमला : अमेरिकी खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड ने कहा, “इस्लामिक आतंकी हमला…..”

अमेरिका के नेशनल इंटेलिजेंस की डायरेक्टर तुलसी गबार्ड और पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो | आईएएनएस)
नई दिल्ली | जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की दुनिया भर में निंदा हो रही है. इसी क्रम में अमेरिका ने भी इस घटना की भर्तसना की है.
अमेरिका के नेशनल इंटेलिजेंस की डायरेक्टर तुलसी गबार्ड ने शुक्रवार को आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ एकजुटता से खड़े होने की बात दोहराई.
तुलसी गबार्ड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “पहलगाम में हुए भयावह इस्लामी आतंकवादी हमले के बाद हम भारत के साथ एकजुटता से खड़े हैं. इस हमले में 26 हिंदुओं को निशाना बनाकर उनकी हत्या कर दी गई. मेरी प्रार्थनाएं और गहरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजन खो दिए.”
उन्होंने आगे लिखा, “हम पीएम मोदी और भारत के सभी लोगों के साथ हैं. हम इस जघन्य हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने में आपका समर्थन करते हैं.”
We stand in solidarity with India in the wake of the horrific Islamist terrorist attack, targeting and killing 26 Hindus in Pahalgam. My prayers and deepest sympathies are with those who lost a loved one, PM @narendramodi, and with all the people of India. We are with you and…
— DNI Tulsi Gabbard (@DNIGabbard) April 25, 2025
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने निहत्थे पर्यटकों पर गोलियां बरसाई थीं. इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे. इस हमले के बाद देशभर में रोष देखने को मिल रहा है. लोग केंद्र सरकार से सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
हमले के पीड़ितों ने बताया कि आतंकवादियों ने लोगों को मारने से पहले उनसे उनका धर्म पूछा था. सरकार ने हमले के पीछे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का हाथ होने की बात कही है. पहलगाम घटना के बाद सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक में केंद्र सरकार ने कई कड़े और बड़े फैसले लिए है जिनमें सिंधु जल समझौते को निरस्त करना, पाकिस्तान से अपने राजनयिकों को वापस बुलाना और भारत स्थित पाकिस्तानी दूतावास में कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 करना शामिल है.
इस कायराना आतंकी हमले के बाद देश के साथ-साथ विदेशों से भी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. अमेरिका, रूस और इजरायल जैसे महत्वपूर्ण देश भारत का समर्थन कर रहे हैं.