इस गांव में था एक ही पुरुष, उसकी मौत हुई तो महिलाओं ने दिया अर्थी को कंधा, किया अंतिम संस्कार
झारखंड के सिंहभूम जिले के रामचंद्रपुर गांव में जुंआ सबर नाम का एक शख्स रहता था. उनकी बुधवार रात को मृत्यु हो गई. उनकी पहली पत्नी का देहांत होने के बाद उन्होंने दूसरी शादी की थी. दोनों पत्नियों से उनको दो बेटे है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी पहली पत्नी से 17 साल का बेटा है. जबकि दूसरी पत्नी से उनका 10 साल का लड़का है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके निधन के समय दोनों लड़के गांव में नहीं थे. उनके अलावा रामचंद्रपुर गांव में कोई अन्य पुरुष नहीं था. जुंआ सबर गांव में रह रहे अकेले पुरुष थे.
इस गांव के सभी पुरुष तमिलनाडु और केरल में मजदूरी करते हैं. यहां कोई भी पुरुष नहीं होने के कारण महिलाओं और लड़कियों ने जुंआ सबर की मृत देह को कंधा दिया और उनका अंतिम संस्कार किया. अंतिम यात्रा में जुंआ सबर की पत्नी भी शामिल हुई थी.
महिलाओं द्वारा अर्थी को कंधा देने और अंतिम संस्कार करने की खूब चर्चा हो रही है.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क