पाकिस्तान के हाई सिक्योरिटी एरिया में भयानक विस्फोट: एक आत्मघाती हमलावर.. 95 की गई जान
इस्लामाबाद | पाकिस्तान के पेशावर प्रांत में एक मस्जिद में हुए आत्मघाती हमले में मरने वालों की संख्या 95 हो गई है. मौतों का आकड़ा इसलिए बढ़ गया क्योंकि कुछ घायलों की इलाज के दौरान जान चली गई, जबकि मलबे से कुछ और शव बरामद हुए.
डॉन न्यूज ने पुलिस के हवाले से बताया कि विस्फोट मस्जिद के सेंट्रल हॉल में हुआ था. विस्फोट इतना जोरदार था कि मस्जिद का एक बड़ा हिस्सा गिर गया.
पुलिस ने कहा कि आत्मघाती हमलावर नमाज पढ़ रहे लोगों के बीच में पहली पंक्ति में मौजूद था.
A blast was reported in a mosque in Peshawar's Police Lines area in Khyber Pakhtunkhwa capital. Several people were injured in the blast.
17 Martyred, 90 injured in #Peshawar suicide blast.#PeshawarBlast pic.twitter.com/JqDlryl10P— Waniya Yousaf ◉‿◉ (@wokVibes) January 30, 2023
आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने हमले की जिम्मेदारी ली है.
पेशावर शहर के पुलिस अधिकारी मुहम्मद इजाज खान ने कहा कि हमलावर ने उस वक्त खुद को उड़ा लिया जब सैकड़ों लोग नमाज के लिए कतार में खड़े थे.
पुलिस को निशाना बनाकर किया गया हमला नमाज के दौरान मस्जिद में हुआ.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि मस्जिद पेशावर में एक अत्यधिक किलेबंद परिसर के अंदर स्थित है. इस परिसर में खैबर-पख्तूनख्वा (के-पी) पुलिस बल का मुख्यालय और आतंकवाद-रोधी विभाग (सीटीडी) का कार्यालय हैं.
Trigger warning ⚠️
The screams and cries of burn victims and those trapped under the rubble of the Police Line mosque reverberated across Peshawar on Monday. #Peshawarblast pic.twitter.com/8cyLSgU4og
— The Express Tribune (@etribune) January 30, 2023
खान ने कहा, यह एक आत्मघाती हमला था. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि हमलावर इस उच्च सुरक्षा वाले परिसर में घुसने में कामयाब रहा.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने खबर दी कि इस बात की जांच की जा रही है कि हमलावर ने सुरक्षा घेरा कैसे तोड़ा और क्या उसे किसी ने अंदर (उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र) से कोई मदद की थी.
पेशावर के आयुक्त रियाज महसूद ने कहा कि मस्जिद के अंदर बचाव अभियान अभी भी चल रहा है क्योंकि कई लोग मलबे में दबे हुए हैं.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने रिपोर्ट किया कि मस्जिद का हॉल 400 नमाजियों से खचाखच भरा हुआ था जब यह हमला हुआ और मरने वालों में ज्यादातर पुलिस अधिकारी शामिल हैं.
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को सौंपी गई प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार, विस्फोट स्थल से एकत्र किए गए सबूतों ने पुष्टि की कि विस्फोट एक आत्मघाती हमला था. साथ ही सुरक्षा में हुई चूक की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति भी गठित की गई है.
विस्फोट के बाद में दर्जनों नमाजी मलबे में फंस गए. प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्जिद की छत इसलिए गिरी क्योंकि विस्फोट होने से (मस्जिद के) खंभे क्षतिग्रस्त हो गए.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क/आईएएनएस