8 मार्च को जब समूचा विश्व अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाएगा तब केरल के कासरगोड जिले में एक अनोखी “शादी” देखने को मिलेगी. अपनी तीन बेटियों की खातिर, एक कपल फिर से शादी के बंधन में बंधेगा. इस कपल की शादी वैसे तो 29 साल पहले ही हो चुकी है.
इस शादी की गवाह बनेगी इस कपल की तीन बेटियां. तीनों बेटियां और परिवार के लोग होसदुर्ग सब-रजिस्टरार ऑफिस में मौजूद रहेंगे. इसी ऑफिस में शादी होगी.
कासरगोड के प्रसिद्ध वकील – सी शुक्कुर ने अक्टूबर 1994 में डॉ शीना से निकाह किया था. उनका निकाह इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के सर्वोच्च नेता पनक्कड़ सैयद हैदर अली शिहाब थंगल ने कराया था.
यह शादी शरिया कानून के तहत हुई थी. मुस्लिम पर्सनल लॉ के अनुसार, बेटियों को अपने पिता की संपत्ति का केवल दो-तिहाई हिस्सा ही मिलता है और बाकी की सम्पति उनके भाइयों को चली जाती है.
अब सी शुक्कुर और उनकी बेगम डॉ शीना, यह सुनिश्चित करना चाहते है कि उनकी प्रॉपर्टी उनके बच्चों को ही मिले. इसलिए दोनों स्पेशल मैरिज एक्ट (विशेष विवाह अधिनियम) के तहत फिर से शादी करेंगे.
स्पेशल मैरिज एक्ट के अनुसार, अगर दो लोगों की शादी इस एक्ट यानि अधिनियम के अनुसार हुई है तो संपत्ति का उत्तराधिकारी भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम द्वारा शासित होगा. स्पेशल मैरिज एक्ट के अंतर्गत शादी करके सी शुक्कुर और उनकी बेगम डॉ शीना अपनी बेटियों को सम्पति दे सकेंगे.
शीना कोट्टायम स्थित महात्मा गांधी विश्वविद्यालय की पूर्व प्रो-वाइस चांसलर हैं.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)